भाकपा माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि बिहार में विकास नहीं हो रहा। यहां गरीबी बढ़ी है। यहां के 34 प्रतिशत परिवार की मासिक आमदनी छह हजार से कम है। इन छह हजार में अगर मोदी जी के गैस सिलेंडर और नीतीश जी के स्मार्ट मीटर को जोड़ दिया जाए तो औसतन चार हजार रुपये बचता है। ऐसे में बिहार के विकास की बात बेमानी है। भट्टाचार्य गुरुवार को भागलपुर में प्रमंडल स्तरीय समागम में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा दुर्गति यात्रा है। यात्रा के दौरान लोगों से नहीं मिल रहे हैं, उनकी समस्या नहीं सुन रहे हैं। वे जानते हैं माले के नेता प्रगति यात्रा के दौरान समस्याओं के समाधान की आवाज बुलंद करेंगे। इस कारण पार्टी के नेताओं को नजरबंद कर दिया जा रहा है। भाकपा-माले की जो ‘बदलो बिहार महाजुटान’ नौ मार्च को होने वाली थी, वह अब दो मार्च को होगी। नौ मार्च को गांधी मैदान जानबूझकर नहीं दिया गया। सरकार सोचती है कि दो मार्च को रमजान के दिन भीड़ नहीं जुटेगी। लेकिन इस दिन अधिक भीड़ जुटेगी।
पुलिस का चलता है गुंडाराज
दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि बिहार में सुशासन का राज नहीं है। यहां अफसरों का राज चलता है। यहां पुलिस का गुंडाराज चलता है। विधान परिषद सदस्य शशि यादव ने कहा कि अब समय आ गया है कि संगठन एक होकर आंदोलन करे और सरकार से अपनी मांग पूरी कराए। एसके शर्मा ने कहा कि जनमुद्दों व जनआंदोलन को एक करना है। दोनों पर लगातार हमले हो रहे हैं। वक्ताओं ने गृह मंत्री अमित साह के द्वारा डॉ. भीमराव आंबेडकर पर कथित टिप्पणी पर नाराजगी जाहिर की। मंच संचालन मुकेश मुक्त ने किया। मौके पर विधायक रामबली सिंह, रामानंद पासवान, मो. जावेद, एपी सिंह, डॉ. साम्बे, अर्जुन शर्मा, गोपाल पासवान, आशा वर्मा, एसएन पाठक आदि मौजूद थे।