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सुल्तानपुर के भारत ज्वैलर्स की दुकान में हुई डकैती के मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। दरअसल, यूपी पुलिस की एसटीएफ और डकैती से संबंधित अभियुक्तों के बीच  उन्नाव जिले में अचलगंज थाना क्षेत्र में मुठभेड़ हुई । इस एनकाउंटर में अनुज प्रताप सिंह नाम के आरोपी की मौत हो गई है। वहीं, एक आरोपी मौके का फायदा उठाकर भागने में सफल हो गया है।

कैसे हुआ एनकाउंटर?

एसटीएफ लखनऊ की टीम के साथ हुए एनकाउंटर में एक आरोपी घायत तो दूसरा फरार हो गया था। घायल बदमाश की शिनाख्त अनुज प्रताप सिंह पुत्र धर्मराज सिंह निवासी ग्राम जनापुर थाना मोहनगंज जनपद अमेठी के रूप में की गई। उसे इलाज के लिए 108 एंबुलेंस के माध्यम से सरकारी अस्पताल भेजा गया जहां से प्राथमिक उपचार के उपरांत उसे जिला अस्पताल रेफर किया गया जिला अस्पताल में अभियुक्त को चिकित्सकों द्वारा मृत घोषित कर दिया गया।

लूट का माल हो चुका रिकवर

कुछ ही दिनों पहले पुलिस की टीम ने इस लूट के मामले में डकैतों के पास से लूट से ज्यादा सामान रिकवर कर लिया है। मास्टरमाइंड की निशानदेही पर 4 इनामी बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है। लूट का सारा सामान बरामद कर लिया गया है जिसमें सवा दो किलो सोना, 20 किलो चांदी और कैश भी जब्त किया गया है। पकड़े गए चारों आरोपी विवेक सिंह, दुर्गेश सिंह, अरविन्द यादव और विनय शुक्ला के पास से गहने और कैश रिकवर किए गए हैं। मास्टरमाइंड विपिन सिंह ने वारदात के अगले ही दिन सरेंडर कर दिया था।

मंगेश यादव केस पर गरमाई थी सियासत

इससे पहले इसी डकैती में जौनपुर के मंगेश यादव उर्फ कुंभे को एसटीएफ ने मुठभेड़ में मार गिराया था। जिसमें राजनीति गरमा गई थी। जिसमें मजिस्ट्रीयल जांच भी चल रही है। इससे पहले तीन आरोपित मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किए जा चुके हैं। डकैती में गिरोह का सरगना विपिन सिंह रायबरेली न्यायालय में आत्मसमर्पण कर चुका है।

एसपी दीपक भूकर ने बताया कि सर्राफ की दुकान में घुसकर लूटपाट में अनुज प्रताप भी शामिल था। जिस पर एक लाख का इनाम था। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
एसपी दीपक भूकर ने बताया कि सर्राफ की दुकान में घुसकर लूटपाट में अनुज प्रताप भी शामिल था। जिस पर एक लाख का इनाम था। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
यूपी के सुलतानपुर में चौक इलाके में ठठेरी बाजार में आभूषण की दुकान पर दिनदहाड़े 28 अगस्त को डाका पड़ गया। असलहे के बल पर पांच नकाबपोश ने घटना को अंजाम दिया। कारोबारी ने लाखों के आभूषण व चार लाख रुपये ले जाने की बात बताई है। घटना के बाद आक्रोशित व्यापारियों ने दुकानें बंद कर दी। एसपी सोमेन बर्मा ने बताया की पुलिस की छह टीमें बदमाशों की तलाश में लगाई गई । इसके बाद पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू की।
मामले में मुख्यमंत्री के संज्ञान लेने के बाद एडीजी एसबी शिरडकर व आइजी प्रवीण कुमार गुरुवार को यहां डटे रहे। संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस, एसओजी व एसटीएफ की टीमें बदमाशों की तलाश में लगी हैं। एसपी ने लापरवाही बरतने पर चौकी चौकी प्रभारी समेत पांच पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया है।