मुंगेर | 3 मई 2025:
बिहार की राजनीति में ‘छोटे सरकार’ के नाम से मशहूर मोकामा के पूर्व बाहुबली विधायक अनंत सिंह को कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। एमपी-एमएलए कोर्ट, मुंगेर ने 2019 के आचार संहिता उल्लंघन मामले में सबूतों के अभाव में उन्हें बरी कर दिया है। यह फैसला शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सुनाया गया।
क्या था मामला:
यह मामला 31 मार्च 2019 का है, जब लोकसभा चुनाव के दौरान अनंत सिंह अपनी पत्नी और कांग्रेस की प्रत्याशी नीलम देवी के समर्थन में धरहरा में प्रचार करने पहुंचे थे। उनके साथ 16 गाड़ियों का काफिला था, जिसमें उनके समर्थक भी शामिल थे। आरोप था कि उन्होंने बिना अनुमति के यह रोड शो किया। इस मामले में जमालपुर के अंचलाधिकारी अबुल हुसैन ने अनंत सिंह और उनके 80-100 समर्थकों पर मुकदमा दर्ज कराया था।
हालांकि, जांच के बाद केवल अनंत सिंह के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया और ट्रायल की प्रक्रिया आगे बढ़ी। लेकिन प्रमाण के अभाव में अदालत ने उन्हें रिहा कर दिया।
कोर्ट ने क्या कहा:
विशेष न्यायाधीश सह अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम सह सहायक सत्र न्यायाधीश कुमार पंकज की अदालत ने स्पष्ट किया कि अभियोजन पक्ष अनंत सिंह के खिलाफ आरोप साबित करने में विफल रहा, इसलिए उन्हें बरी किया जाता है।
फिलहाल जेल में ही रहेंगे अनंत सिंह:
हालांकि कोर्ट से राहत मिलने के बावजूद अनंत सिंह फिलहाल बेऊर जेल में ही रहेंगे। कुछ दिन पहले उन्हें पैरोल पर 24 घंटे के लिए रिहा किया गया था ताकि वे बाढ़ के लदमा में अपनी पोती की शादी में शामिल हो सकें। शादी के बाद वे निर्धारित समय पर वापस जेल लौट आए थे।
राजनीतिक वापसी के संकेत:
अनंत सिंह ने पैरोल के दौरान कहा था कि “15-20 दिन में हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिलेगी”, जिससे यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि वे जल्द ही जेल से बाहर आ सकते हैं और आगामी विधानसभा चुनाव में मोकामा से फिर किस्मत आजमा सकते हैं। उनके समर्थकों में भी उम्मीद की लहर है और वे अपने ‘छोटे सरकार’ की वापसी का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।