पटना: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर जारी गहमागमी के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के बयानों ने सियासत को गर्मा दिया है। एनडीए के मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर एक बार फिर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। इस बीच जेडीयू सांसद और पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने अमित शाह के बयान पर सफाई देते हुए कहा है कि “नीतीश कुमार ही एनडीए के नेता हैं, और उन्हीं के नेतृत्व में चुनाव लड़ा जा रहा है।”
ललन सिंह ने किया स्पष्ट – नीतीश के नेतृत्व में ही चुनाव
ललन सिंह ने कहा,
“गृहमंत्री अमित शाह का पूरा बयान यही है कि बिहार विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जा रहा है। इसमें किसी तरह का भ्रम नहीं होना चाहिए।”
उन्होंने याद दिलाया कि पिछली बार भी जेडीयू की सीटें कम आई थीं, तब भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आग्रह पर ही नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने थे। ललन सिंह ने दावा किया कि इस बार एनडीए 200 से अधिक सीटें जीतेगा और 2010 का ऐतिहासिक नतीजा दोहराया जाएगा।
महागठबंधन पर साधा निशाना
ललन सिंह ने महागठबंधन को “ठगबंधन” बताते हुए कहा कि,
“महागठबंधन में सिरफुटव्वल मची हुई है। कोई इधर सिंबल बांट रहा है, तो कोई उधर। मजबूरी में एकजुट होने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन जनता सब समझती है।”
उन्होंने दावा किया कि बिहार की जनता विकास और स्थिरता चाहती है, इसलिए एनडीए की वापसी तय है।
तेजस्वी यादव पर भी साधा निशाना
ललन सिंह ने तेजस्वी यादव के नौकरी देने वाले वादे पर पलटवार करते हुए कहा,
“उनके पिता लालू प्रसाद यादव ने भी नौकरी दी थी, लेकिन जमीन के बदले में। अदालत ने हाल ही में इस पर संज्ञान भी लिया है। जनता जानती है कि कौन रोजगार देता है और कौन सौदा करता है।”
वे यह बातें मुंगेर जिला के जमालपुर विधानसभा क्षेत्र में जेडीयू प्रत्याशी नचिकेता मंडल के नामांकन के दौरान कही।
अमित शाह और नितिन गडकरी ने क्या कहा था
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा था
“मैं कौन होता हूं किसी को मुख्यमंत्री बनाने वाला? गठबंधन में कई दल हैं। चुनाव के बाद विधायक दल के नेता का फैसला सभी मिलकर करेंगे। हालांकि, चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ा जा रहा है।”
इसी तरह, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि
“एनडीए की सरकार निश्चित रूप से बिहार में बनेगी। चुनाव के बाद विधायक और पार्टी नेतृत्व मिलकर मुख्यमंत्री का चयन करेंगे। मैं आलाकमान नहीं हूं, ऐसे फैसले पार्लियामेंट्री बोर्ड करता है।”


