
नई दिल्ली। विदेश सचिव विक्रम मिस्री आज सोमवार को संसद की विदेश मामलों की स्थायी समिति के समक्ष ऑपरेशन सिंदूर और भारत-पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव को लेकर विस्तृत जानकारी देंगे। इस समिति की अध्यक्षता कांग्रेस सांसद डॉ. शशि थरूर कर रहे हैं।
यह अहम बैठक ऐसे समय में हो रही है जब हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद सीमा पार तनाव तेजी से बढ़ा था। इस हमले में कई नागरिकों की मौत हुई थी। इसके जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों ने सीमा पार आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाते हुए ऑपरेशन सिंदूर चलाया। इस ऑपरेशन के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच कई दिनों तक तनावपूर्ण माहौल बना रहा, हालांकि 10 मई को दोनों देशों के बीच सीजफायर की घोषणा हुई।
क्या रखेंगे विदेश सचिव के एजेंडे में?
संसदीय पैनल के सामने विक्रम मिस्री निम्नलिखित प्रमुख बिंदुओं पर जानकारी देंगे:
- भारत-पाकिस्तान के वर्तमान राजनयिक संबंधों की स्थिति
- सीमा पार सुरक्षा चुनौतियाँ
- क्षेत्रीय स्थिरता और दक्षिण एशिया पर इसका प्रभाव
- भविष्य की सैन्य और कूटनीतिक रणनीति
इससे पहले मिस्री समिति को बांग्लादेश, कनाडा जैसे देशों के साथ भारत के संबंधों पर भी जानकारी दे चुके हैं।
राजनीतिक हलकों में बढ़ी सक्रियता
भारत-पाक सीजफायर के बाद विपक्षी दल केंद्र सरकार से सर्वदलीय बैठक और संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग कर चुके हैं। इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा था कि भारतीय सेना की कार्रवाई के सामने पाकिस्तानी सेना ने घुटने टेकते हुए सीजफायर की पहल की।
विदेश मामलों की संसदीय समिति की यह बैठक भारत की विदेश नीति, सीमा सुरक्षा और रणनीतिक तैयारियों को लेकर एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है, खासकर ऐसे समय में जब दक्षिण एशिया में स्थिरता और कूटनीति को लेकर वैश्विक नजरें भारत पर टिकी हैं।