
📍 स्थान: दरभंगा, बिहार | 🗓️ तिथि: 21 जून 2025
समाचार विवरण:
दरभंगा व्यवहार न्यायालय में शुक्रवार को एक अनोखी और विवादास्पद स्थिति उत्पन्न हो गई जब एडीजे-3 सुमन कुमार दिवाकर के आदेश पर जिले के चर्चित क्राइम अधिवक्ता अम्बर इमाम हाशमी उर्फ छोटे साहब को कोर्ट परिसर में ही हिरासत में ले लिया गया। मामला एक 32 साल पुराने ट्रिपल मर्डर केस से जुड़ा है जिसमें वे आरोपित हैं।
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क्या है मामला?
दरअसल, अम्बर इमाम हाशमी को शुक्रवार को एक हत्या मामले में पेश होना था। उन्होंने फॉर्म 317 के तहत कोर्ट को सूचना दी कि वे व्यस्त हैं और उपस्थित नहीं हो सकते। कोर्ट ने इसे स्वीकार भी कर लिया।
हालांकि, कुछ ही देर बाद वही अधिवक्ता उसी कोर्ट में किसी अन्य मामले की बहस करने के लिए उपस्थित हो गए, जिससे न्यायाधीश सुमन कुमार दिवाकर ने सख्त नाराज़गी जाहिर की और पूछा,
“आपने तो खुद को अनुपलब्ध बताया था, फिर आप कोर्ट में कैसे उपस्थित हो सकते हैं?”
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जज ने दिए हिरासत में लेने के आदेश
इस पर कोर्ट ने इसे गंभीर लापरवाही और न्यायालय की अवमानना माना और दरभंगा एसएसपी को सूचित करते हुए पुलिस को तत्काल हिरासत में लेने का आदेश दे दिया। आदेश मिलते ही मौके पर मौजूद पुलिस ने अम्बर इमाम हाशमी को हिरासत में ले लिया।
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वकीलों का विरोध, न्यायालय परिसर में नाराजगी
जैसे ही वकीलों को इसकी सूचना मिली, दरभंगा बार एसोसिएशन के अधिवक्ता भड़क गए और कोर्ट परिसर में ही पुलिस व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने कहा कि:
“1906 में एसोसिएशन की स्थापना के बाद पहली बार किसी अधिवक्ता के साथ इस तरह का अन्यायपूर्ण व्यवहार हुआ है। यह न्यायिक गरिमा के खिलाफ है।”
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पृष्ठभूमि: 32 साल पुराना ट्रिपल मर्डर केस
सूत्रों के अनुसार, अम्बर इमाम हाशमी 32 वर्ष पुराने एक हत्या कांड में आरोपित हैं। आज उन्हें इस मामले में कोर्ट में उपस्थित होना था, लेकिन उन्होंने खुद को व्यस्त बता कर अनुपस्थित रहने की अनुमति मांगी। बाद में उसी कोर्ट में उनकी उपस्थिति ने पूरे घटनाक्रम को विवादित बना दिया।
📌 मुख्य बिंदु:
- दरभंगा कोर्ट में वरिष्ठ अधिवक्ता को हिरासत में लिया गया
- फॉर्म 317 देकर खुद को अनुपस्थित बताया था, फिर पहुंचे सुनवाई के लिए
- जज के आदेश पर पुलिस ने लिया हिरासत में
- कोर्ट परिसर में वकीलों का जोरदार विरोध और नारेबाजी
- 32 साल पुराने ट्रिपल मर्डर केस में थे आरोपित