मुजफ्फरपुर | 3 मई 2025: बिहार की शिक्षा व्यवस्था एक बार फिर चर्चा का विषय बन गई है, और इस बार कारण है – एक छात्र की “असंभव” मार्कशीट। बीआरए बिहार यूनिवर्सिटी (BRA Bihar University), मुजफ्फरपुर की मार्कशीट में एक छात्र को 100 में से 101 नंबर दे दिए गए हैं। यह मामला सामने आते ही सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया और यूनिवर्सिटी की कार्यप्रणाली पर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं।
क्या है पूरा मामला?
यह मामला बीआरए बिहार यूनिवर्सिटी के चार वर्षीय BA B.Ed इंटीग्रेटेड कोर्स से जुड़ा है। सत्र 2021-25 के चौथे सेमेस्टर की परीक्षा में एक छात्र को 100 अंकों की परीक्षा में 101 अंक दे दिए गए। यह स्पष्ट गलती यूनिवर्सिटी की ओर से जारी मार्कशीट में दर्ज है, जो अब सोशल मीडिया पर मज़ाक और आलोचना का विषय बन चुकी है।
सोशल मीडिया पर बनी मज़ाक का केंद्र
जैसे ही छात्र की मार्कशीट वायरल हुई, ट्विटर, फेसबुक और व्हाट्सएप पर मीम्स और प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई। एक यूजर ने लिखा, “बिहार की धरती पर कुछ भी संभव है।” वहीं, कई यूजर्स ने इसे शिक्षा प्रणाली की “लापरवाही का प्रतीक” बताया।
यूनिवर्सिटी पर उठे सवाल
यह कोई पहली बार नहीं है जब बीआरए बिहार यूनिवर्सिटी किसी विवाद या गलती को लेकर सुर्खियों में आई हो। इससे पहले भी यूनिवर्सिटी पर रिजल्ट में देरी, नाम की गलतियां और प्रशासनिक लापरवाही जैसे आरोप लग चुके हैं। अब इस ताजा मामले ने यूनिवर्सिटी की साख पर एक और सवालिया निशान लगा दिया है।
क्या कहती है यूनिवर्सिटी?
फिलहाल इस मामले में यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। लेकिन शिक्षा विभाग के सूत्रों के अनुसार, इस प्रकार की गलती संभवतः “डाटा एंट्री की चूक” हो सकती है। यदि ऐसा है तो यह तकनीकी प्रणाली की निगरानी और मानवीय लापरवाही दोनों पर सवाल खड़े करता है।
शिक्षा की गुणवत्ता पर फिर बहस
बिहार में शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर लंबे समय से बहस चलती रही है। इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि केवल डिग्री देना ही नहीं, बल्कि पारदर्शिता और सटीकता बनाए रखना भी उतना ही जरूरी है।