पटना | 7 जून 2025
बिहार में अगले कुछ दिनों तक मौसम का मिजाज बिगड़ने वाला है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 10, 11 और 12 जून 2025 के लिए राज्यभर में येलो अलर्ट जारी किया है। इन तीन दिनों तक तेज आंधी, वज्रपात, और बारिश लोगों की परेशानी बढ़ा सकते हैं।
🌧️ क्या कहता है मौसम विभाग?
IMD के मुताबिक, अगले 24 घंटों में मौसम में बहुत बड़े बदलाव की संभावना नहीं है, लेकिन उमस भरी गर्मी और छिटपुट बारिश का सिलसिला बना रहेगा।
शुक्रवार को बक्सर सबसे गर्म जिला रहा, जहाँ तापमान 38.5°C दर्ज किया गया।
🌦️ किस जिले में कैसा रहेगा मौसम? (10-12 जून पूर्वानुमान)
- पटना: बादल छाए रहेंगे, हल्की बारिश और आंधी की संभावना। तापमान 36-38°C, आर्द्रता 60-70%
- उत्तरी बिहार (सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल): तेज हवाएं (30-40 किमी/घंटा), वज्रपात, और मध्यम बारिश
- सीमांचल (किशनगंज, अररिया, पूर्णिया): छिटपुट भारी बारिश
- दक्षिणी बिहार (बक्सर, भोजपुर): उमस भरी गर्मी के साथ हल्की बारिश की संभावना
🌀 मानसून की स्थिति: देरी से दस्तक की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून अब भी बिहार की सीमा से कुछ दूरी पर पश्चिम बंगाल में अटका हुआ है।
सामान्य तौर पर मानसून 13-15 जून तक बिहार पहुंच जाता है, लेकिन इस साल इसकी देर से एंट्री यानी 15 जून के बाद ही मानी जा रही है।
हालांकि IMD का अनुमान है कि 2025 में सामान्य से अधिक वर्षा हो सकती है — बशर्ते मानसून की प्रगति समय पर हो।
⚠️ जानलेवा आंधी और वज्रपात: 5 मौतें
शुक्रवार को हुई आंधी-तूफान और वज्रपात ने राज्य में 5 लोगों की जान ले ली।
- दरभंगा: पेड़ गिरने से एक बच्ची और एक अधेड़ महिला की मौत
- वैशाली: पेड़ गिरने से दो और मौतें
- भागलपुर: वज्रपात से दो बच्चों की मौत
🛡️ सुरक्षा को लेकर अलर्ट, प्रशासन सतर्क
IMD ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है:
- पेड़ों और बिजली के खंभों से दूर रहें
- वज्रपात के दौरान खुले स्थानों में न जाएं
- किसान खेतों में काम न करें, फसलें सुरक्षित रखें
प्रशासन को भी कहा गया है कि वह आपदा प्रबंधन तैयारियों को सक्रिय रखे और आपात स्थितियों से निपटने के लिए टीमों को अलर्ट पर रखे।