बिहार में पिछले दो दिनों से मौसम का रूख बदला हुआ है. गुरूवार को राज्यभर में आंधी-पानी से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. कई जिलों में आकाशीय बिजली गिरने से जानमाल की भारी क्षति हुई है. गुरूवार को आंधी-पानी और ठनका से राज्यभर में 60 से अधिक लोगों की मौत हुई है. आज 11 अप्रैल के लिए मौसम विभाग ने सूबे के सभी 38 जिलों के लिए अलर्ट जारी किया है.
मौसम विभाग के अलर्ट में कहा गया है कि वर्षा और मेघ गर्जन के साथ वज्रपात की संभावना है. तेज हवाएं चलेंगी. उत्तर बिहार के 10 जिलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है. किशनगंज, अररिया, सुपौल, पूर्णिया और कटिहार में मेघ गर्जन एवं वज्रपात के साथ 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की चेतावनी दी गई है. इन जिलों में मध्यम स्तर से लेकर भारी वर्षा दर्ज की जा सकती है. पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, मधुबनी, सीतामढ़ी और शिवहर में भी भारी वर्षा की संभावना है. 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है. कई जगहों पर बिजली चमकने और वज्रपात की चेतावनी दी गई है. राज्य अन्य जिलों में भी हवा की गति तेज रहेगी. हल्की या मध्यम स्तर की वर्षा हो सकती है.
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक निम्न दबाव का क्षेत्र कल (10 अप्रैल, 2025) भारतीय समयानुसार सुबह 8:30 बजे से बनना शुरू हुआ है. इसके साथ जुड़ा चक्रवातीय परिसंचरण मध्य क्षोभमंडल स्तर तक फैला हुआ है जो 12 घंटे के बाद उत्तर पूर्व की ओर बढ़ते हुए मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर धीरे-धीरे कमजोर होने लगा है. इसकी वजह से राज्य में पूर्वी हवा का प्रवाह सक्रिय हो गया है. आद्रता में भी वृद्धि हो रही है. इन कारकों के प्रभाव से राज्य में वर्षा, वज्रपात और तेज हवा की गतिविधि अभी जारी रहेगी.