
नई दिल्ली। एअर इंडिया के सीईओ और प्रबंध निदेशक कैंपबेल विल्सन ने गुरुवार को कहा कि अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हुए बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर का नियमित रूप से रखरखाव किया गया था और उसमें कोई तकनीकी खामी उड़ान से पहले नहीं थी। उन्होंने बताया कि विमान की आखिरी गहन जांच जून 2023 में हुई थी और अगली दिसंबर 2025 में होनी थी।
विल्सन ने कहा कि एयरलाइन और पूरा विमानन क्षेत्र इस त्रासदी के वास्तविक कारणों का पता लगाने के लिए आधिकारिक जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है। उन्होंने यात्रियों को विश्वास दिलाया कि सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है और इसलिए कंपनी ने बोइंग 787 और 777 बेड़े की उड़ान-पूर्व सुरक्षा जांचों को और सख्त कर दिया है।
हादसे के बाद उड़ानों में कटौती
विल्सन ने बताया कि एहतियातन, एयर इंडिया ने 20 जून से मध्य जुलाई तक अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में लगभग 15% कटौती का निर्णय लिया है, खासकर बड़े विमानों की सेवाओं में। यह कदम यात्री सुरक्षा सुनिश्चित करने और विमानों की जांच के लिए उठाया गया है।
215 शवों की हो चुकी है पहचान
अहमदाबाद एयर इंडिया विमान हादसे में अब तक 270 लोगों की मौत हो चुकी है। 215 मृतकों की डीएनए मिलान के जरिए पहचान हो गई है और 198 शव परिजनों को सौंपे जा चुके हैं। हादसे को एक सप्ताह हो गया है, लेकिन कई परिवार अब भी अपने प्रियजनों की तलाश में हैं।