झोला छाप डॉक्टर के सुई लगाते ही महिला अचेत हो गई। चिकित्सक स्थिति को भांप ऑक्सीजन लाने के बहाने खिसक गया। स्थिति नाजुक देख महिला को अनुमंडलीय अस्पताल लाया गया। जहां ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक ने जांच कर उसे मृत घोषित कर दिया। मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने झोला छाप डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है।
मिली जानकारी के मुताबिक मुंगेर मे हवेली खड़गपुर प्रखण्ड अंतर्गत बड़ी मुढ़ेरी की 75 वर्षीया रुक्मिणी देवी अपने पुत्री से मिलने तारापुर थाना के गोगाचक गांव आई थी। उसके पैर में फोड़ा फुंसी निकला था। ग्रामीण चिकित्सक मुकेश कुमार जिनका क्लिनिक मोहनगंज के आसपास बताया जाता है ने इलाज करने का जिम्मा लिया। उन्होंने महिला को उनके बेटी के घर पर बेहोशी का इंजेक्शन देकर जख्म को साफ कर बैंडेज करने का कार्य किया। लेकिन महिला होश में नहीं आई।
बेटी ने जब चिकित्सक से शिकायत किया तो वह दिए गए दवाई और चिकित्सीय पर्ची समेटकर ऑक्सीजन लाने के बहाने भाग गए। डॉक्टर के नहीं आने पर परिजनों के द्वारा महिला को अस्पताल लाया गया। डॉ मदन कुमार ने चिकित्सा प्रारंभ करने के पूर्व जांच में ही उसे मृत बताया। जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल के पास बवाल काटा। ग्रामीण चिकित्सक का नाम लेकर ग्रामीण चिकित्सक पर मार देने का आरोप लगाते रहे।
स्थिति को भापते हुए सूचना पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के नेतृत्व में थाना पुलिस बल पहुंच मामले की जांच करते हुए परिजनों के द्वारा दिए आवदेन पर मामला दर्ज करते हुए आगे की कार्रवाई में जुट गई है। वहीं इस मामले में एसडीपीओ तारापुर सिंधु शेखर सिंह ने बताया की परिजनों ने ग्रामीण चिकित्सक पर गलत सुई देने का आरोप लगाया है जिसके आवेदन पर मामला दर्ज कर लिया गया है।
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