भागलपुर। जिले के बाखरपुर थाना क्षेत्र के बाखरपुर गांव में जमीन विवाद को लेकर हुए हिंसक हमले में घायल युवक भरत यादव (25) की गुरुवार को मौत हो गई। यह घटना 7 अक्टूबर को हुई थी। गंभीर रूप से घायल भरत को पहले पीरपैंती रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से हालत नाजुक होने पर उसे सिलीगुड़ी रेफर किया गया था। करीब 10 दिन तक चले इलाज के बाद उसने दम तोड़ दिया।
48 लोगों ने किया था हमला
परिजनों के अनुसार, घटना के दिन करीब 48 लोगों की भीड़ ने लाठी-डंडों और रायफल से भरत यादव की बेरहमी से पिटाई की थी। उसकी मौत की खबर मिलते ही पूरे गांव में शोक और आक्रोश फैल गया। मृतक अपने पीछे पत्नी रिंकी देवी, दो पुत्र अभय राज, अभिनव राज और एक पुत्री अनन्या कुमारी को छोड़ गए हैं, जिनकी उम्र 10 वर्ष से कम है।
विवाद की जड़ जमीन का झगड़ा
मृतक के पिता पारस यादव ने आरोप लगाया कि उनके बेटे की हत्या जमीन विवाद को लेकर की गई। उन्होंने बताया कि भरत अपने खेत से होकर गुजर रहा था, इसी बात पर विरोधी पक्ष नाराज होकर हमला कर दिया। पारस यादव ने पुलिस से सभी नामजद आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है और चेतावनी दी है कि यदि कार्रवाई नहीं हुई तो वे कुर्की-जब्ती की मांग करेंगे।
पुलिस पर लापरवाही का आरोप
मृतक की बहन शंभा देवी और पत्नी रिंकी देवी ने बाखरपुर थाना प्रभारी आलोक कुमार पर आरोप लगाया कि पुलिस की कार्रवाई केवल खानापूरी है। उनके अनुसार, घटना के सात दिन तक केवल दो आरोपियों को पकड़ा गया, और अब मौत के बाद तीन और गिरफ्तार हुए हैं। उन्होंने कहा कि आरोपी पक्ष लगातार धमकी दे रहा है, लेकिन पुलिस अब भी निष्क्रिय है।
थाना प्रभारी का बयान
बाखरपुर थाना प्रभारी आलोक कुमार ने बताया कि मामले में लगातार छापेमारी की जा रही है। अब तक पांच आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। बाकी बचे आरोपियों को पकड़ने के लिए एक विशेष टीम गठित की गई है। थाना प्रभारी ने कहा कि जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।


