पटना, 29 जुलाई | बिहार में पुलिस सेवाएं अब और अधिक डिजिटल और नागरिक सुलभ होने जा रही हैं। अगस्त माह से राज्य के नागरिकों को बिहार पुलिस की एक दर्जन से अधिक सेवाएं ऑनलाइन उपलब्ध होंगी। इसके लिए बिहार पुलिस 20 अगस्त तक ‘सिटीजन सर्विसेज पोर्टल’ को लांच करने जा रही है।
घर बैठे दर्ज होगी शिकायत, मिलेंगी एफआईआर की कॉपी
राज्य अपराध अभिलेख ब्यूरो के अपर पुलिस महानिदेशक अमित लोढ़ा ने सोमवार को मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि इस पोर्टल की मदद से नागरिक अब अपने घरेलू सहायक, चालक और किरायेदार का सत्यापन, ई-शिकायत, गुमशुदगी और खोई संपत्ति से जुड़ी रिपोर्ट ऑनलाइन दर्ज करा सकेंगे। इसके लिए थाने जाने की आवश्यकता नहीं होगी।
नई व्यवस्था के तहत एफआईआर की कॉपी, गुमशुदा और गिरफ्तार व्यक्तियों की जानकारी, साथ ही गोपनीय सूचनाएं भी पोर्टल पर बिना लॉगिन के उपलब्ध होंगी।
नये बीएनएसएस कानून के तहत ई-शिकायत पर विशेष व्यवस्था
ई-शिकायत दर्ज कराने के बाद, नये बीएनएसएस कानून के तहत आवेदक को तीन दिन के अंदर संबंधित थाने में उपस्थित होना अनिवार्य होगा, ताकि वह अपना पक्ष स्पष्ट कर सके।
पोर्टल पर मिलने वाली प्रमुख सेवाएं
❖ बिना लॉगिन के उपलब्ध सुविधाएं:
- एफआईआर की कॉपी डाउनलोड
- अपराधियों से जुड़ी गोपनीय सूचना देना
- घोषित व इनामी अपराधियों की जानकारी
- गुमशुदगी व गिरफ्तार व्यक्तियों की सूची
❖ लॉगिन के बाद मिलने वाली सुविधाएं:
- खोई संपत्ति व गुमशुदा व्यक्ति की रिपोर्ट
- घरेलू सहायक, चालक, किरायेदार का सत्यापन
- वरिष्ठ नागरिक पंजीकरण
- अज्ञात शव या व्यक्ति की सूचना
- वांछित व्यक्ति की जानकारी
सीसीटीएनएस नेटवर्क से अब तक 1378 जीरो एफआईआर दर्ज
अमित लोढ़ा ने बताया कि राज्य के 1311 थानों में से 968 को सीसीटीएनएस (क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क एंड सिस्टम) से जोड़ दिया गया है। शेष 343 थाने जनवरी 2026 तक जोड़े जाएंगे।
एक जुलाई 2024 से 27 जुलाई 2025 तक 1378 जीरो एफआईआर दर्ज की गई, जिनमें से 751 एफआईआर इसी वर्ष की गई हैं।
आवेदकों और आईओ को एसएमएस से तत्काल सूचना
सीसीटीएनएस से जुड़े मामलों में अब आवेदकों को एसएमएस के माध्यम से तत्काल जानकारी मिलती है। साथ ही 8661 जांच अधिकारियों (IOs) को भी SMS अलर्ट की सुविधा दी गई है, जिससे एफआईआर दर्ज होते ही सूचना स्वतः उपलब्ध हो जाती है।
बिहार पुलिस का डिजिटल कदम
बिहार पुलिस का यह डिजिटल प्रयास राज्य में पुलिसिंग को पारदर्शी, प्रभावी और आमजन के लिए सुलभ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। ‘सिटीजन सर्विसेज पोर्टल’ के ज़रिए पुलिस और जनता के बीच दूरी घटेगी, और शिकायतों के निपटारे की प्रक्रिया पहले से अधिक प्रभावशाली होगी।


