आज शुक्रवार को पौष कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि है, जो रात 12 बजकर 56 मिनट तक बनी रहेगी। इसके बाद तिथि द्वितीया आरंभ होगी। आज का दिन धार्मिक मान्यताओं, व्रत-त्योहारों और ग्रहों के विशेष परिवर्तन के कारण महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
विक्रमी, शक, हिजरी और भारतीय पंचांग विवरण
- विक्रमी सम्वत्: 2082
- मार्गशीर्ष प्रविष्टे: 20
- राष्ट्रीय शक सम्वत्: 1947, मार्गशीर्ष मास, दिनांक 14
- हिजरी वर्ष: 1447
- इस्लामी महीना: जमादि उल्सानी, तारीख 14
सूर्योदय और सूर्यास्त
- सूर्योदय: प्रातः 7 बजकर 16 मिनट (जालंधर समय)
- सूर्यास्त: सायं 5 बजकर 21 मिनट
आज के नक्षत्र
- रोहिणी नक्षत्र: पूर्वाह्न 11 बजकर 46 मिनट तक
- मृगशिरा नक्षत्र: उसके पश्चात पूरे दिन
आज के योग
- सिद्ध योग: प्रातः 8 बजकर 8 मिनट तक
- साध्य योग: इसके बाद आरंभ
चंद्रमा की स्थिति
- वृष राशि में: रात 10 बजकर 16 मिनट तक
- मिथुन राशि में प्रवेश: रात 10:16 के बाद
दिशा शूल
- आज पश्चिम और नैर्ऋत्य (दक्षिण-पश्चिम) दिशा में यात्रा शुभ नहीं मानी जाती।
- आवश्यक हो तो गाय का घी ग्रहण कर यात्रा आरंभ करें।
राहूकाल
- आज का राहूकाल: प्रातः 10:30 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक
इस अवधि में कोई नया कार्य आरंभ करना शुभ नहीं माना जाता।
पर्व, व्रत और त्यौहार
- आज से पौष कृष्ण पक्ष का शुभारंभ
यह अवधि पूजा-पाठ, दान-पुण्य और धार्मिक अनुशासन के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है।
ग्रहों की वर्तमान स्थिति (आज का ग्रहसंयोग)
आज ग्रह इस प्रकार स्थित हैं—
- सूर्य: वृश्चिक राशि में
- चंद्रमा: वृष में (रात 10:16 तक), फिर मिथुन में
- मंगल: वृश्चिक में
- बुध: तुला में
- बृहस्पति (गुरु): कर्क राशि में
- शुक्र: वृश्चिक में
- शनि: मीन में
- राहु: कुंभ में
- केतु: सिंह में
यह ग्रहस्थिति विशेषकर संतान, व्यापार, शिक्षा, कर्ज और पारिवारिक मामलों पर प्रभाव डाल सकती है।
आज का सार
- दिन की शुरुआत शुभ योग से
- नक्षत्र परिवर्तन
- राहूकाल में सावधानी
- दिशा शूल पर ध्यान
- चंद्रमा का राशि परिवर्तन रात में
आध्यात्मिक कार्यों, नई योजनाओं और यात्राओं के लिए समय को ध्यान में रखकर निर्णय लेना लाभदायक रहेगा।







