कहलगांव स्थित शंकर साह विक्रमशिला महाविद्यालय का 59वां स्थापना दिवस शनिवार को बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम में छात्रों, शिक्षकों और स्थानीय गणमान्य व्यक्तियों की बड़ी संख्या में सहभागिता रही। महाविद्यालय परिसर पूरे दिन सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और उत्साह से सराबोर रहा।
दीप प्रज्ज्वलन और कुलगीत से हुई कार्यक्रम की शुरुआत
स्थापना दिवस समारोह की शुरुआत मुख्य अतिथि नगर पंचायत कहलगांव के अध्यक्ष श्री संजीव कुमार तथा महाविद्यालय के पूर्व प्रभारी प्रधानाचार्य राघवेंद्र नारायण आर्य द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर की गई। इसके बाद महाविद्यालय के कुलगीत का मधुर प्रस्तुतीकरण किया गया, जिसने वातावरण को गरिमामय बना दिया।
छात्र-छात्राओं की शानदार सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ
कार्यक्रम में छात्रों ने अपनी प्रतिभा का बेहतरीन प्रदर्शन किया। प्रस्तुतियाँ इस प्रकार रहीं—
- छात्राओं द्वारा स्वागत गीत
- पारंपरिक लोकगीत प्रस्तुति
- झिझिया नृत्य ने सभी का मन मोह लिया
- करिश्मा ने आकर्षक गणेश वंदना प्रस्तुत की
- नेहा रानी ने अपनी कविता से दर्शकों की तालियां बटोरीं
सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने समारोह को जीवंत बना दिया और छात्रों के उत्साह ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
मुख्य अतिथि ने विकास कार्यों का दिया आश्वासन
कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि संजीव कुमार ने महाविद्यालय के विकास को लेकर महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए कहा—
“महाविद्यालय में हॉल और मंच के निर्माण के लिए हर संभव सहयोग प्रदान किया जाएगा, ताकि छात्रों को बेहतर सुविधाएँ मिल सकें।”
इस घोषणा से छात्रों और शिक्षकों में खुशी की लहर दौड़ गई।
धन्यवाद ज्ञापन और संचालन
समारोह का संचालन डॉ. आनंद सौमित्र ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन डॉ. निकेश कुमार ने प्रस्तुत किया।
डॉ. कुमार ने सभी अतिथियों, शिक्षकों और छात्रों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि महाविद्यालय की प्रगति में सबका योगदान महत्वपूर्ण है।



महाविद्यालय परिवार की बड़ी उपस्थिति
स्थापना दिवस कार्यक्रम में—
- बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएँ
- महाविद्यालय के शिक्षकों
- स्थानीय नागरिकों
की उपस्थिति ने समारोह को भव्य रूप प्रदान किया।
59 वर्षों का गौरवशाली इतिहास
शंकर साह विक्रमशिला महाविद्यालय पिछले 59 वर्षों से कहलगांव क्षेत्र में उच्च शिक्षा का प्रमुख केंद्र रहा है।
स्थापना दिवस ने न केवल महाविद्यालय की उपलब्धियों को स्मरण कराया, बल्कि भविष्य के लिए नए संकल्प भी दिए।


