रविवार तड़के करीब 4:30 बजे एनआईए ने पूर्वी चंपारण के तीन इलाकों—चकिया और आदापुर—में एक साथ छापेमारी कर साइबर फ्रॉड, हवाला और नकली भारतीय करेंसी गिरोह पर बड़ी कार्रवाई की। 10 सदस्यीय एनआईए टीम भारी पुलिस बल के साथ मैदान में उतरी और कई घरों की तलाशी ली। कार्रवाई में मुख्य आरोपी धीरज तिवारी को गिरफ्तार किया गया है।
मृत महिला के खाते से करोड़ों का लेन-देन
चकिया के कोयला बेलवा गांव में नारायण पाठक के घर छापा पड़ा। उनकी बेटी प्रियंका पाठक की 2018 में मौत हो चुकी थी, लेकिन मृत्यु के बाद भी उसके बैंक खाते से करोड़ों रुपये का लेन-देन हुआ। इसी कड़ी में प्रियंका के नेपाल निवासी पति धीरज तिवारी को पकड़ लिया गया।
दो देशों की नागरिकता, दुबई कनेक्शन
सूत्रों के अनुसार धीरज भारत और नेपाल, दोनों की नागरिकता रखता है और दुबई में भी नौकरी करता है। हवाला नेटवर्क से जुड़ाव की आशंका पर उसकी गिरफ्तारी हुई है। टीम ने परिवार के मोबाइल जब्त कर पूछताछ की।
हवाला–नकली नोट–साइबर फ्रॉड का गठजोड़
एनआईए के अनुसार प्रियंका के खाते से भेजी गई रकम का इस्तेमाल हवाला रैकेट और नकली नोट छपाई में होता था। डिजिटल फॉरेंसिक टीम ट्रांजेक्शनों की गहन जांच कर रही है।
आदापुर में दो जगह छापे, एक आरोपी फरार
आदापुर के अरेरा गांव और दूसरे स्थान पर भी तलाशी हुई। बद्री साहनी के दामाद जितेंद्र साहनी की तलाश की गई, लेकिन वह फरार हो गया। उसकी गिरफ्तारी के लिए सर्च अभियान तेज कर दिया गया है।
भारी पुलिस बल तैनात, इलाके में दहशत
रक्सौल डीएसपी, चकिया एसएसपी संतोष सिंह सहित कई थानों की पुलिस मौजूद रही। घरों को चारों ओर से घेरकर छापेमारी की गई, जिससे स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल रहा।
एसएसपी का बयान
“एनआईए और स्थानीय पुलिस की संयुक्त कार्रवाई से भारत–नेपाल बॉर्डर पर सक्रिय हवाला और साइबर फ्रॉड गिरोह को बड़ा झटका लगा है। जल्द और गिरफ्तारियां होंगी।”
— संतोष सिंह, एसएसपी चकिया
जांच जारी
एनआईए की टीम अभी भी मोतिहारी में कैंप किए हुए है। फरार आरोपियों की तलाश जारी है और पुलिस ने जनता से संदिग्ध गतिविधियों की सूचना देने की अपील की है।


