पटना |
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का दूसरा चरण शांतिपूर्ण और ऐतिहासिक रूप से संपन्न हो गया। इस बार बिहार की महिलाओं ने लोकतंत्र के महापर्व में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हुए नया कीर्तिमान रच दिया। दूसरे चरण में 74.03% महिला मतदाताओं ने मतदान किया, जो अब तक का रिकॉर्ड मतदान प्रतिशत है।
🔹 कुल मतदान 68.79%, महिलाओं ने दिखाया अभूतपूर्व उत्साह
मुख्य निर्वाचन अधिकारी विनोद गुंजियाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि दूसरे चरण में कुल 68.79% मतदान दर्ज किया गया।
दोनों चरणों को मिलाकर औसत मतदान 66.90% रहा — जो 2020 के विधानसभा चुनाव की तुलना में लगभग 9.6% अधिक है।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार —
- पहले चरण में 69.4% महिलाओं ने वोट डाला था।
- दूसरे चरण में यह बढ़कर 74.03% हो गया।
- कुल मिलाकर महिलाओं की भागीदारी 71.6% रही।
वहीं, पुरुष मतदाताओं का प्रतिशत 62.8% दर्ज किया गया।
यह आंकड़े साफ बताते हैं कि बिहार की महिलाएं अब राजनीति की दिशा तय करने में निर्णायक भूमिका निभा रही हैं।
‘वोट की देवी’: महिलाएं बनीं लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत
गांव हो या शहर, हर बूथ पर महिलाओं की लंबी कतारें नजर आईं। सुबह से लेकर शाम तक महिला मतदाताओं ने जोश और जिम्मेदारी दोनों का परिचय दिया।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा, “इस बार महिलाओं ने जिस तरह से मतदान किया है, वह बिहार की लोकतांत्रिक चेतना का नया अध्याय है।”
शांतिपूर्ण रहा दूसरा चरण, नहीं हुई कोई बड़ी घटना
ADG कुंदन कृष्णन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि मतदान पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा।
उन्होंने कहा, “पुलिस की सख्त तैनाती और सटीक रणनीति के कारण किसी भी क्षेत्र से हिंसा या कानून-व्यवस्था की बड़ी घटना की सूचना नहीं मिली।”
इस बार उन इलाकों में भी मतदान हुआ, जहां पिछले 20 वर्षों से चुनाव नहीं हो पाए थे। यह प्रशासन की सफलता और जनता के विश्वास का प्रतीक है।
नक्सल और कट्टरपंथ पर काबू, जनता ने दिखाया भरोसा
ADG कुंदन कृष्णन ने आगे कहा कि इस बार नक्सलवाद और कट्टरपंथ दोनों पर पूरी तरह काबू पाया गया है।
उन्होंने बताया कि कई पूर्व नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में भी लोग बिना डर के मतदान करने पहुंचे।
“यह चुनाव प्रशासन, सुरक्षा बलों और जनता की साझी जीत है।
बिहार ने दिखा दिया है कि लोकतंत्र की जड़ें अब पहले से कहीं अधिक मजबूत हैं।” — ADG कुंदन कृष्णन
चुनाव आयोग ने की थी सटीक तैयारी, मतदाताओं के लिए हर सुविधा
राज्य भर के 7 करोड़ से अधिक मतदाताओं के लिए चुनाव आयोग ने अभूतपूर्व सुविधाएं उपलब्ध कराईं।
हर मतदान केंद्र पर
- रैंप,
- पेयजल,
- शौचालय,
- मेडिकल किट, और
- शेड व्यवस्था
सुनिश्चित की गई थी ताकि कोई भी मतदाता किसी कठिनाई का सामना न करे
महिला मतदाताओं ने बदला बिहार का चुनावी समीकरण
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस बार महिला वोटरों की भागीदारी ने राजनीतिक समीकरणों को पूरी तरह बदल दिया है।
कई सीटों पर महिलाओं की निर्णायक भूमिका परिणामों पर सीधा असर डाल सकती है।
बिहार ने दिया लोकतंत्र को नया आयाम
इस बार का मतदान सिर्फ प्रतिशत नहीं, बल्कि बदलाव की दिशा का संकेत है।
बिहार की महिलाओं ने यह साबित कर दिया है कि अब वे सिर्फ वोटर नहीं, बल्कि बदलाव की वाहक हैं।
📍 रिपोर्ट: पटना ब्यूरो | संपादन: कुमार आदित्य | स्रोत: निर्वाचन आयोग, बिहार पुलिस मुख्यालय


