पटना/वैशाली | बिहार में पहले चरण के तहत गुरुवार को मतदान जारी है, लेकिन इस बीच आरजेडी ने प्रशासन और चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पार्टी का कहना है कि महागठबंधन प्रत्याशियों को परेशान किया जा रहा है और कई जगहों पर वोटिंग को प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है।
आरजेडी ने दावा किया है कि वैशाली जिले के राघोपुर में छह-लेन पुल से गाड़ियों का परिचालन रोक दिया गया है, जिससे सैकड़ों वोटर अपने बूथ तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। यही नहीं, कच्ची दरगाह से नावों का संचालन भी बंद कर दिया गया है। पार्टी का आरोप है कि वोटर कार्ड दिखाने के बावजूद पुलिस मतदाताओं को आगे नहीं जाने दे रही है।
इसी तरह दानापुर विधानसभा क्षेत्र में भी आरजेडी ने प्रशासन पर नावों के परिचालन को रोकने का आरोप लगाया है। पार्टी का कहना है कि “एक ही स्टीमर पर 10 हजार से ज्यादा वोटरों को छोड़ दिया गया है, जिससे वे अपने मतदान केंद्र तक नहीं पहुंच पा रहे हैं।”
इन दोनों सीटों का राजनीतिक महत्व काफी बड़ा है —
- राघोपुर से खुद तेजस्वी यादव मैदान में हैं, जो दो बार के विधायक और पूर्व उपमुख्यमंत्री रह चुके हैं।
- दानापुर से रीतलाल यादव, जो इस समय जेल में हैं, आरजेडी के प्रत्याशी हैं और उनका मुकाबला बीजेपी नेता रामकृपाल यादव से है।
आरजेडी ने इससे पहले भी कई बूथों पर “जानबूझकर धीमी वोटिंग” करवाने का आरोप लगाया था। पार्टी ने कहा कि “महागठबंधन समर्थित इलाकों में प्रशासन मतदान की गति धीमी कर रहा है।”
चुनाव आयोग ने इन आरोपों को पूरी तरह खारिज करते हुए कहा, “ये सभी दावे निराधार और भ्रामक हैं। राज्य के सभी मतदान केंद्रों पर मतदान प्रक्रिया सुचारू और पारदर्शी रूप से चल रही है। आयोग के अधिकारी लगातार निगरानी कर रहे हैं ताकि किसी भी तरह की गड़बड़ी न हो।”
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 18 जिलों की 121 सीटों पर मतदान हो रहा है। आज तेजस्वी यादव, तेजप्रताप यादव, सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा, विजेंद्र चौधरी, मंगल पांडेय समेत कई दिग्गजों का राजनीतिक भविष्य ईवीएम में कैद हो रहा है।


