पटना। मोकामा में जनसुराज समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या के मामले में बड़ा एक्शन हुआ है। पुलिस ने शनिवार की देर रात पूर्व विधायक और जदयू प्रत्याशी अनंत सिंह को गिरफ्तार कर लिया। दुलारचंद हत्याकांड में उनके खिलाफ भदौर थाना में एफआईआर दर्ज की गई थी।
देर रात एसएसपी ने छापेमारी कर की गिरफ्तारी
सूत्रों के मुताबिक, शनिवार रात करीब 12:45 बजे पटना एसएसपी कार्तिकेय शर्मा भारी पुलिस बल के साथ बाढ़ के कारगिल बाजार स्थित अनंत सिंह के आवास पर पहुंचे। उस समय अनंत सिंह सो रहे थे। पुलिस ने उन्हें जगाया और साथ चलने को कहा। बताया जा रहा है कि वे बिना विरोध के तैयार होकर पुलिस टीम के साथ चले गए।
गिरफ्तारी के बाद अनंत सिंह को पटना लाया गया है, जहां उनसे पूछताछ की जाएगी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ के बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजने की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है।
दिन में किया था चुनाव प्रचार, रात में हुई गिरफ्तारी
जानकारी के अनुसार, शनिवार दिन में अनंत सिंह ने मोकामा विधानसभा क्षेत्र में जदयू प्रत्याशी के रूप में कई जगहों पर प्रचार किया था। प्रचार समाप्त होने के बाद वे बाढ़ स्थित अपने आवास लौटे थे। देर रात ही पुलिस टीम ने कार्रवाई करते हुए उन्हें हिरासत में लिया।
चुनाव आयोग के निर्देश पर अधिकारियों पर गिरी गाज
अनंत सिंह की गिरफ्तारी से पहले चुनाव आयोग ने शनिवार को दिन में ही बड़ी कार्रवाई करते हुए छह अधिकारियों का तबादला और निलंबन कर दिया।
पटना के ग्रामीण एसपी विक्रम सिहाग, मोकामा के निर्वाची पदाधिकारी सह बाढ़ के एसडीओ चंदन कुमार, एसडीपीओ-1 राकेश कुमार और एसडीपीओ-2 अभिषेक सिंह का तबादला कर दिया गया है।
अभिषेक सिंह को निलंबित करने का आदेश दिया गया है।
वहीं, भदौर और घोसवरी थाने के थानाध्यक्ष — रविरंजन चौहान और मधुसूदन कुमार को भी निलंबित कर दिया गया है।
नई पदस्थापनाएं की गईं
सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए नई पदस्थापनाएं भी कर दी हैं —
- आशीष कुमार, अपर नगर आयुक्त, पटना → बाढ़ के नए एसडीओ
- आनंद सिंह, डीएसपी, सीआईडी पटना → बाढ़ के नए एसडीपीओ-1
- आयुष श्रीवास्तव, डीएसपी, एटीएस → बाढ़ के नए एसडीपीओ-2
- शुत्रघ्न कुमार को भदौर थानाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है।
मामले में राजनीतिक सरगर्मी तेज
पूर्व विधायक अनंत सिंह की गिरफ्तारी के बाद मोकामा और आसपास के इलाकों में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। जनसुराज कार्यकर्ता जहां न्याय की मांग कर रहे हैं, वहीं जदयू समर्थक इस कार्रवाई को राजनीतिक साजिश बता रहे हैं।
पुलिस फिलहाल पूरे मामले की जांच में जुटी है और कहा है कि साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।


