पटना। बिहार की सियासत में शुक्रवार की रात बड़ा घटनाक्रम सामने आया। मोकामा विधानसभा क्षेत्र से जदयू उम्मीदवार और बाहुबली नेता अनंत सिंह को पटना पुलिस ने दुलारचंद यादव हत्याकांड में गिरफ्तार कर लिया। पूरी कार्रवाई देर रात तक चलती रही। बाढ़ के उनके आवास पर पहुंची पुलिस टीम ने करीब आधे घंटे की पूछताछ के बाद उन्हें हिरासत में लिया और रात 11:45 बजे कस्टडी में ले लिया। इसके बाद उन्हें आधी रात में पटना लाया गया।
रात 11:10 बजे पुलिस टीम पहुंची बाढ़, आधे घंटे बाद हिरासत में लिया गया
सूत्रों के मुताबिक, शुक्रवार रात करीब 11:10 बजे पटना पुलिस की टीम बाढ़ स्थित अनंत सिंह के आवास पर पहुंची। पुलिस के अचानक पहुंचने से इलाके में अफरातफरी मच गई। कुछ समर्थक घर के बाहर जुट गए, लेकिन पुलिस ने सख्ती से सबको दूर कर दिया। करीब 11:45 बजे अनंत सिंह को औपचारिक रूप से कस्टडी में ले लिया गया।
इसके बाद पुलिस की टीम उन्हें लेकर सीधा पटना के लिए रवाना हुई। रात के लगभग 1:45 बजे अनंत सिंह को पटना सिटी के एसएसपी कार्यालय लाया गया। यहां से उन्हें मेडिकल जांच के बाद कलेक्ट्रेट परिसर स्थित लॉकअप में रखा गया।
1:30 बजे DM और SSP ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस
रात करीब 1 बजे मीडिया को सूचना मिली कि पटना पुलिस देर रात प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाली है। 1:30 बजे तक डीएम और एसएसपी प्रेस हॉल में पहुंच चुके थे। थोड़ी देर इंतजार के बाद पुलिस टीम अनंत सिंह को लेकर वहां पहुंची।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में पटना एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि, “30 अक्टूबर को मोकामा के तारतर इलाके में दो प्रत्याशियों के समर्थकों के बीच झड़प हुई थी। इसी दौरान दुलारचंद यादव की गोली लगने से मौत हो गई। जांच में पाया गया कि घटना के समय अनंत सिंह मौके पर मौजूद थे और आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन हुआ।”
तीन लोगों की गिरफ्तारी, अनंत सिंह मुख्य अभियुक्त
एसएसपी ने बताया कि इस मामले में अनंत सिंह के अलावा दो अन्य सहयोगियों मणिकांत ठाकुर और रणजीत राम को भी गिरफ्तार किया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गोली लगने की पुष्टि हुई है। जांच में हत्या का मामला स्पष्ट हो गया। अनंत सिंह को मामले का मुख्य अभियुक्त बनाया गया है।
राजनीतिक हलचल तेज, एनडीए और विपक्ष में चर्चाओं का दौर
चुनाव के बीच इस कार्रवाई से राजनीतिक गलियारों में हलचल बढ़ गई है। अनंत सिंह की गिरफ्तारी की खबर फैलते ही मोकामा और बाढ़ क्षेत्र में समर्थक सक्रिय हो गए। कुछ जगहों पर रातभर चर्चा होती रही कि क्या जदयू अब उनके स्थान पर नया प्रत्याशी उतारेगी या जेल से ही प्रचार होगा।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह कार्रवाई चुनाव आयोग के निर्देश पर प्रशासन की “सख्त छवि” दिखाने की कोशिश है। वहीं विपक्षी दल इसे “राजनीतिक बदले की कार्रवाई” बता रहे हैं।
चुनाव की संवेदनशीलता बढ़ी, प्रशासन ने दिए कड़े निर्देश
पटना डीएम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि, “हमारी प्राथमिकता शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव कराना है। किसी भी उम्मीदवार को कानून से ऊपर नहीं माना जाएगा।”
पुलिस ने बाढ़, मोकामा और पटना सिटी इलाके में अतिरिक्त फोर्स की तैनाती कर दी है।
दो चरणों में होंगे चुनाव, मतगणना 14 नवंबर को
बिहार विधानसभा के लिए मतदान 6 और 11 नवंबर को दो चरणों में होना है, जबकि मतगणना 14 नवंबर को की जाएगी। ऐसे में अनंत सिंह की गिरफ्तारी ने न सिर्फ मोकामा, बल्कि पूरे राज्य के राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित कर दिया है।


