पटना | भागलपुर जेल में बंद राजद नेता रीतलाल यादव को शुक्रवार को भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पटना लाया गया, जहां उन्होंने दानापुर अनुमंडल कार्यालय में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने एक बार फिर रीतलाल यादव पर भरोसा जताते हुए उन्हें दानापुर विधानसभा सीट से पार्टी का उम्मीदवार बनाया है। नामांकन से पहले रीतलाल यादव की पत्नी राबड़ी आवास पहुंची थीं, जहां लालू प्रसाद यादव ने उन्हें पार्टी का चुनाव सिंबल सौंपा।
“लालू प्रसाद मेरे अभिभावक हैं” — रीतलाल यादव
नामांकन दाखिल करने के बाद मीडिया से बातचीत में रीतलाल यादव ने कहा
“राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव हमारे अभिभावक हैं। पार्टी का बागडोर संभालने के लिए उनका आदेश मुझे मिला था। हम जहां भी रहें, जनता और पार्टी के माध्यम से बहन मीसा भारती और लालू प्रसाद यादव की मदद के लिए हमेशा तैयार रहेंगे।”
रामकृपाल यादव पर तीखा हमला
बीजेपी ने दानापुर से पूर्व सांसद रामकृपाल यादव को उम्मीदवार बनाया है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए रीतलाल यादव ने जमकर हमला बोला
“रामकृपाल यादव 27 साल आरजेडी में रहे और 10 साल एनडीए में। दोनों जगह उन्हें पद मिला। आखिर बाकी कार्यकर्ताओं को मौका कब मिलेगा? क्या दानापुर की जनता मर गई है? यहां के लोगों को अपना बेटा और भाई चाहिए, बाहरी नेता नहीं।”
रीतालाल यादव ने आरोप लगाया कि रामकृपाल यादव हर पद पर काबिज रहना चाहते हैं
“एमपी, विधायक, प्रधान महासचिव, एमएलसी सब कुछ इन्हीं को चाहिए। बाकी जनता का क्या होगा?”
“दानापुर की जनता ने हमें सेवा का मौका दिया”
रीतालाल यादव ने अपने कार्यकाल का उल्लेख करते हुए कहा
“जब हम एमएलसी बने तो दियारा क्षेत्र में बिजली की व्यवस्था की। विधायक बनने के बाद शेरपुर पुल से अप्रोच रोड जोड़ने का काम कराया। अब हमारा लक्ष्य दियारा में एक बड़ा मंडी और 500 बेड का अस्पताल खोलना है।”
उन्होंने दानापुर की जनता से अपील की कि अधूरे कामों को पूरा करने के लिए उन्हें एक बार फिर मौका दिया जाए।
जेल से लाए गए उम्मीदवार, समर्थकों की भीड़ उमड़ी
भागलपुर जेल से रीतलाल यादव को नामांकन के लिए विशेष पुलिस सुरक्षा के बीच पटना लाया गया। दानापुर अनुमंडल कार्यालय पहुंचने पर उनके समर्थकों की भारी भीड़ मौजूद थी।
नामांकन के समय उनकी पत्नी भी साथ में रहीं और समर्थकों ने “दानापुर का बेटा आया है” के नारे लगाए।


