पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, राज्य की सियासत में हलचल तेज होती जा रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुरुवार से अपने चुनाव प्रचार अभियान की औपचारिक शुरुआत करने जा रहे हैं।
जनता दल (यूनाइटेड) के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा ने बुधवार को एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सरायरंजन और बहादुरपुर में आयोजित चुनावी कार्यक्रमों में शामिल होंगे।
इन दोनों सीटों से जदयू के वरिष्ठ नेता और मंत्री विजय चौधरी (सरायरंजन) तथा मदन सहनी (बहादुरपुर) नामांकन दाखिल करेंगे। इन कार्यक्रमों में नीतीश कुमार की उपस्थिति को एनडीए के चुनावी अभियान की शुरुआत का शंखनाद माना जा रहा है।
“एनडीए पूरी तरह एकजुट, लक्ष्य दोबारा सरकार बनाना”
संजय झा ने अपने पोस्ट में लिखा कि “पूरा एनडीए हर लिहाज से एकजुट है। हमारा उद्देश्य है नीतीश कुमार के नेतृत्व में दोबारा सरकार बनाना। बिहार के लोग डबल इंजन की सरकार का फायदा देख चुके हैं और अब वे विकास के इस रास्ते से पीछे नहीं लौटना चाहते।”
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री न केवल सरकार की कमान संभाल रहे हैं, बल्कि पार्टी संगठन के शीर्ष नेतृत्व के रूप में रणनीति भी तय कर रहे हैं। “वे हर अहम निर्णय से पहले सभी नेताओं से चर्चा करते हैं और सुझाव लेकर अंतिम फैसला करते हैं,” संजय झा ने जोड़ा।
युवाओं, महिलाओं और किसानों पर फोकस
एनडीए गठबंधन — जिसमें भाजपा, जदयू, हम और लोजपा (रामविलास) शामिल हैं — ने इस बार “विकसित बिहार” के लक्ष्य के साथ चुनावी रणनीति तैयार की है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल ही में कहा था कि उनके अगले कार्यकाल में एक करोड़ युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार से जोड़ने का लक्ष्य है। इसके लिए उद्योग, आईटी और शिक्षा क्षेत्रों में निवेश को बढ़ावा देने की योजना बनाई जा रही है।
विकास परियोजनाओं पर तेजी
संजय झा ने बताया कि बिहार में कई सिक्स लेन हाईवे, औद्योगिक क्षेत्र, मेडिकल कॉलेज और स्मार्ट सिटी परियोजनाएं तेजी से आगे बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं को समय पर पूरा कर राज्य को आत्मनिर्भर बिहार बनाने का लक्ष्य एनडीए सरकार का है।
चुनावी समीकरण और विपक्ष की चुनौती
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह चुनाव बिहार की राजनीति की दिशा तय करेगा। जहां एनडीए अपने विकास कार्यों और स्थिर शासन को मुद्दा बना रहा है, वहीं विपक्ष महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार को लेकर हमलावर है। हालांकि एनडीए का दावा है कि जनता इस बार भी उनके पक्ष में है।
संजय झा ने कहा — “इस बार दीवार की लिखावट साफ है, एनडीए को इतना प्रचंड बहुमत मिलेगा कि 2010 का रिकॉर्ड भी पीछे छूट जाएगा। बिहार की जनता अब विकास की राजनीति चाहती है, न कि वादों की।”
पूरे बिहार में फैलेगा प्रचार अभियान
नीतीश कुमार की इस प्रचार यात्रा से एनडीए के अभियान को नई ऊर्जा मिलने की उम्मीद है। गुरुवार से शुरू होने वाला यह दौरा आने वाले दिनों में पूरे बिहार में फैलेगा, जहां मुख्यमंत्री जनसभाओं और रैलियों के माध्यम से जनता से सीधा संवाद करेंगे। स्पष्ट है कि नीतीश कुमार एक बार फिर बिहार की सत्ता में वापसी के लिए पूरी ताकत झोंक चुके हैं।


