नई दिल्ली. आज बुधवार, 8 अक्टूबर 2025 का दिन धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। पंचांग के अनुसार आज कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि है। आज अश्विनी नक्षत्र तथा हर्षण योग का संयोग बन रहा है। दिन के प्रारंभ में पूजा-पाठ, दान और साधना के लिए शुभ समय रहेगा। वहीं दोपहर के बाद कुछ काल ऐसे हैं जिनमें शुभ कार्यों से बचना चाहिए। आइए जानते हैं आज का विस्तृत पंचांग, शुभ-अशुभ मुहूर्त और राहु काल का समय।
आज का विस्तृत पंचांग – 8 अक्टूबर 2025 (बुधवार)
- विक्रम संवत: 2082
- शक संवत: 1947
- मास / पक्ष: कार्तिक मास, कृष्ण पक्ष
- तिथि: द्वितीया तिथि (दोपहर तक), उसके बाद तृतीया तिथि प्रारंभ
- नक्षत्र: अश्विनी नक्षत्र (दोपहर तक)
- योग: हर्षण योग
- करण: गरजा / वज्र (समय के अनुसार)
- सूर्योदय: सुबह 7:19 बजे
- सूर्यास्त: शाम 6:44 बजे
- चंद्र उदय: शाम 7:23 बजे
- चंद्र अस्त: अगली सुबह 9:16 बजे
राहु काल, यमगंड और गुलिक काल का समय
- राहु काल: दोपहर 1:02 बजे से 2:27 बजे तक
- यमगंड काल: सुबह 8:45 बजे से 10:10 बजे तक
- गुलिक काल: सुबह 11:36 बजे से दोपहर 1:02 बजे तक
- अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 11:48 बजे से 12:36 बजे तक (शुभ कार्यों के लिए श्रेष्ठ समय)
- वर्ज्य काल: रात 8:42 बजे से 10:11 बजे तक
आज का शुभ-अशुभ फल
- शुभ योग: हर्षण योग के प्रभाव से आज का दिन मनोबल बढ़ाने वाला रहेगा। कार्यक्षेत्र में नए अवसर मिल सकते हैं।
- अशुभ काल: राहु काल और यमगंड काल में किसी भी नए कार्य या निवेश से परहेज करें।
- पूजा उपयुक्त समय: सुबह 6:30 बजे से 8:30 बजे तक पूजा-अर्चना, जप या ध्यान के लिए श्रेष्ठ रहेगा।
ध्यान देने योग्य बातें
- आज के दिन तुलसी पूजा, भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की आराधना शुभ फलदायी रहेगी।
- नए कार्यों की शुरुआत, सौदेबाजी या यात्रा से पहले पंचांग देखकर ही निर्णय लेना बेहतर रहेगा।
- गृहस्थ जीवन में मधुरता और स्वास्थ्य के प्रति सावधानी बरतना आवश्यक है।


