पूर्णिया: बिहार के पूर्णिया एयरपोर्ट से हवाई सेवा के विस्तार का इंतजार कर रहे सीमांचलवासियों के लिए बड़ी खुशखबरी आई है।छठ पर्व से पहले उन्हें “डबल तोहफा” मिला है। दिल्ली के बाद अब पूर्णिया–हैदराबाद के बीच सीधी हवाई सेवा 26 अक्टूबर से शुरू हो रही है। इस दिन खरना व्रत भी है, जिससे यह दिन सीमांचलवासियों के लिए विशेष महत्व रखेगा।
फ्लाइट शेड्यूल और टिकट जानकारी
इंडिगो एयरलाइंस की एयरबस अब प्रतिदिन पूर्णिया से हैदराबाद के लिए उड़ान भरेगी।
- हैदराबाद से पूर्णिया: दोपहर 12:15 बजे उड़ान, 02:25 बजे पूर्णिया पहुंचेगी
- पूर्णिया से हैदराबाद: दोपहर 3:25 बजे रवाना, शाम 5:50 बजे हैदराबाद पहुंचेगी
टिकट बुकिंग पहले ही शुरू हो चुकी है और यात्रियों में उत्साह देखा जा रहा है। एयरपोर्ट डायरेक्टर डी.पी. गुप्ता ने कहा कि अक्टूबर से दिल्ली और हैदराबाद के लिए नियमित हवाई सेवाएं शुरू की जाएंगी।
सीमांचल और कोसी क्षेत्र के लिए राहत
दिल्ली के बाद हैदराबाद के लिए उड़ान शुरू होना न केवल पूर्णिया, बल्कि पूरे सीमांचल और कोसी क्षेत्र के लिए बड़ी राहत है।
छठ जैसे पावन पर्व पर हजारों लोग अपने घर लौटते हैं, ऐसे में यह सुविधा यात्रियों के लिए बेहद सहायक साबित होगी। पूर्णिया एयरपोर्ट की दीवारों पर छठ पूजा की झलकियां उकेरी गई हैं, जिससे स्थानीय संस्कृति का संदेश यात्रियों तक पहुंचाया जा सके।
किफायती किराया और समय की बचत
इस नई सेवा से यात्रियों को आर्थिक राहत भी मिलेगी।
- बागडोगरा–हैदराबाद: 8–10 हजार रुपये
- पूर्णिया–हैदराबाद: मात्र 4000 रुपये से कम
इससे न केवल पैसे की बचत होगी, बल्कि बागडोगरा तक जाने का अतिरिक्त समय और यात्रा की झंझट भी खत्म हो जाएगी।
पूर्णिया एयरपोर्ट की नई उड़ानें और विकास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 सितंबर को पूर्णिया एयरपोर्ट का उद्घाटन किया था।
इसके बाद नियमित उड़ानें शुरू हुईं:
- 17 सितंबर से कोलकाता
- 18 सितंबर से अहमदाबाद
अब 15 अक्टूबर से स्टार एयर द्वारा पूर्णिया–अहमदाबाद–कोलकाता के बीच दैनिक सेवा भी शुरू हो रही है। पहले पखवाड़े में हजारों यात्रियों ने एयरपोर्ट का उपयोग किया, जिससे हवाई यात्रा की उच्च मांग स्पष्ट हुई।
व्यापार, शिक्षा और पर्यटन में अवसर
हैदराबाद और दिल्ली की उड़ानों के शुरू होने से पूर्णिया अब उत्तर और दक्षिण भारत दोनों से सीधे जुड़ जाएगा। यह सुविधा यात्रियों के लिए सुविधाजनक होने के साथ-साथ व्यापार, शिक्षा और पर्यटन के क्षेत्र में नई संभावनाओं के द्वार खोलेगी।
छठ पर्व के समय सीमांचलवासियों के लिए यह वास्तव में एक यादगार अवसर बन गया है, क्योंकि अब आसमान भी उनके और करीब आ गया है।


