ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते’ के तहत हुई कार्रवाई, दोनों बच्चे मुंबई जाने के लिए घर से निकले थे
मालदा | 6 अक्टूबर 2025-/त्योहारी सीजन में रेलवे परिसरों पर यात्रियों और खासकर बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूर्व रेलवे के मालदा मंडल की रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने “ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते” के तहत निगरानी और तलाशी अभियान तेज कर दिया है। यह अभियान मालदा मंडल के मंडल रेल प्रबंधक मनीष कुमार गुप्ता के निर्देशन और मंडल सुरक्षा आयुक्त ए. के. कुल्लू के पर्यवेक्षण में चलाया जा रहा है।
इसी क्रम में 5 अक्टूबर 2025 की शाम करीब 7:30 बजे आरपीएफ की बारहरवा पोस्ट की टीम ने नियमित जांच के दौरान बारहरवा रेलवे स्टेशन पर दो नाबालिग लड़कों को संदिग्ध अवस्था में घूमते हुए देखा। पूछताछ करने पर वे घबरा गए और अपनी पहचान नसीम शेख (16 वर्ष) और साहिल शेख (15 वर्ष) के रूप में बताई, जो झारखंड के साहिबगंज जिले के रहने वाले हैं।
बातचीत के दौरान पता चला कि दोनों बच्चे पारिवारिक विवाद के कारण घर से निकल पड़े थे और पटना होते हुए मुंबई जाकर काम करने की योजना बना रहे थे। उनकी स्थिति को देखते हुए आरपीएफ कर्मियों ने तुरंत दोनों बच्चों को सुरक्षित अपने साथ ले जाकर आरपीएफ पोस्ट बारहरवा पहुंचाया और आवश्यक कानूनी प्रक्रिया शुरू की।
अभिभावकों को सूचना देने के बाद दोनों नाबालिगों को बाल संरक्षण संस्था “बाल संरक्षण मंच, साहिबगंज” की अनुराधा मंडल को परामर्श और पुनर्वास के लिए सौंप दिया गया।
आरपीएफ मालदा मंडल ने बताया कि रेलवे परिसर और ट्रेनों में संवेदनशील व्यक्तियों की सुरक्षा के लिए लगातार गश्त और विशेष जांच अभियान चलाए जा रहे हैं। मालदा मंडल ने आम जनता से अपील की है कि यदि किसी स्टेशन या ट्रेन में कोई संदिग्ध गतिविधि दिखे, तो तुरंत नजदीकी रेलवे कर्मियों या आरपीएफ से संपर्क करें।
आरपीएफ की समय रहते की गई कार्रवाई ने न केवल दो मासूम बच्चों की जिंदगी को खतरे से बचाया, बल्कि “ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते” के तहत चल रहे इस जन-जागरूकता अभियान की सफलता को भी और मजबूत किया है।


