पटना, 5 अक्टूबर 2025: राज्य के स्नातक पास बेरोजगार युवक-युवतियों को मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना का लाभ मिलेगा। इसका शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संयुक्त रूप से किया। पहले दिन ही राज्य के एक हजार लाभुकों के खातों में डीबीटी के माध्यम से योजना की राशि भेजी गई।
योजना का उद्देश्य और लाभ
योजना एवं विकास विभाग के प्रधान सचिव सेंथिल कुमार ने बताया कि यह योजना राज्य सरकार के सात निश्चय-2 कार्यक्रम के तहत पुनर्गठित की गई है। योजना के तहत 20 से 25 वर्ष आयु वर्ग के ऐसे युवक-युवतियों को, जो स्नातक (कला, विज्ञान और वाणिज्य संकाय) पास हैं, आगे की पढ़ाई नहीं कर पा रहे और स्वरोजगार, सरकारी या निजी नौकरी की तलाश कर रहे हैं, दो वर्षों तक 1,000 रुपये प्रतिमाह की दर से सहायता भत्ता दिया जाएगा।
प्रधान सचिव ने बताया कि इस योजना के तहत प्रति वर्ष लगभग पांच लाख लाभार्थियों को लाभ प्रदान किया जाएगा। इसका कुल अनुमानित खर्च प्रतिवर्ष छह सौ करोड़ रुपये होगा।
कौशल विकास और स्वरोजगार प्रशिक्षण
सेंथिल कुमार ने कहा कि योजना के लाभार्थियों को स्वरोजगार और रोजगार के लिए कौशल विकास प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण बिहार राज्य श्रम संसाधन विभाग द्वारा निशुल्क प्रदान किया जाएगा, ताकि युवक-युवतियों को आत्मनिर्भर बनने में मदद मिले।
आवेदन प्रक्रिया और संपर्क
योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए इच्छुक युवक-युवतियां अपने जिले के जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र से संपर्क कर सकते हैं। ऑनलाइन आवेदन के लिए राज्य सरकार ने विशेष Web Portal विकसित किया है:
https://www.7nishchay-yuvaupmission.bihar.gov.in
आवेदकों की सुविधा और त्वरित समाधान के लिए राज्य स्तर पर युवा निश्चय सुविधा केंद्र (कॉल सेंटर) का भी प्रावधान है। टोल फ्री नंबर: 1800-3456-4444।


