राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के शताब्दी वर्ष पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संघ के योगदान को याद किया और संगठन के कार्यकर्ताओं को बधाई दी। पीएम मोदी ने कहा कि संघ ने राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में अहम भूमिका निभाई है और समाज के हर वर्ग को जोड़ने का काम किया है।
संघ ने समाज में जागृति जगाई
प्रधानमंत्री ने अपने संदेश में कहा कि आरएसएस ने बीते 100 वर्षों में समाज में जागृति फैलाने और संगठन की शक्ति को मजबूत करने का काम किया है। उन्होंने कहा, “संघ ने हमेशा समाज को जोड़ने और सकारात्मक दिशा में ले जाने का कार्य किया है। देश के लोग आज गर्व से अपनी संस्कृति और परंपरा को अपनाते हैं, इसका श्रेय संघ के सतत प्रयासों को जाता है।”
आत्मनिर्भर भारत से लेकर विश्वकल्याण तक
मोदी ने कहा कि संघ का विचार आत्मनिर्भर भारत के सपने से जुड़ा हुआ है। उन्होंने बताया कि संघ के स्वयंसेवकों ने शिक्षा, सेवा, स्वावलंबन और सामाजिक सुधार जैसे क्षेत्रों में लगातार कार्य किया है। उनका मानना है कि आज भारत वैश्विक स्तर पर जिस पहचान के साथ खड़ा है, उसके पीछे संघ की मूल प्रेरणा भी है।
सेवा और संगठन की परंपरा
प्रधानमंत्री ने आपदा और संकट की घड़ी में संघ के योगदान को भी याद किया। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं से लेकर कोरोना महामारी तक, हर मुश्किल समय में संघ के स्वयंसेवक सेवा कार्यों में आगे रहे। यही भावना भारत के भविष्य को मजबूत करती है।
भारत के भविष्य में संघ की भूमिका
मोदी ने विश्वास जताया कि आने वाले समय में भी संघ का मार्गदर्शन देश के विकास पथ को और अधिक सशक्त बनाएगा। उन्होंने कहा कि संघ की विचारधारा “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” के संकल्प को मजबूती देती है।


