पेराई सत्र में निर्धारित मूल्य से 10 रुपये अधिक मिला किसानों को भुगतान, गुड़ इकाई लगाने पर मिल रहा 50% अनुदान
पटना, 25 सितंबर।गन्ना किसानों को राहत और प्रोत्साहन देने के लिए राज्य सरकार ने कई बड़े कदम उठाए हैं। गन्ना उद्योग मंत्री कृष्ण नंदन पासवान ने बुधवार को कहा कि पेराई सत्र 2024-25 में गन्ने के निर्धारित मूल्य के अलावा किसानों को 10 रुपये प्रति कुंतल अतिरिक्त भुगतान किया गया है। यह सुविधा अगले वित्तीय वर्ष में भी जारी रहेगी।
वे बामेती सभागार, पटना में आयोजित राज्य स्तरीय गन्ना किसान संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन भी किया। मंत्री ने कहा कि गन्ना किसानों की आर्थिक उन्नति सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और राज्य में बंद पड़ी चीनी मिलों को चालू करने की दिशा में ठोस पहल हो रही है।
किसानों के हित में योजनाओं पर जोर
कार्यक्रम में ईखायुक्त अनिल कुमार झा ने बताया कि किसानों को आधुनिक कृषि यंत्र, प्रमाणित गन्ना बीज, बड-चिप और सिंगल बड विधि जैसी तकनीकों के साथ मसूर, सरसों और धनिया जैसी अंतर्वर्ती खेती के लिए 50% अनुदान दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि सरकार किसानों और निवेशकों को गुड़ उत्पादन इकाइयों की स्थापना पर विशेष प्रोत्साहन दे रही है। इन इकाइयों को उनकी पूंजी लागत का 50 प्रतिशत तक अनुदान प्रदान किया जा रहा है।
किसानों से ‘ईख मित्र’ ऐप से जुड़ने की अपील
संयुक्त ईखायुक्त जय प्रकाश नारायण सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री गन्ना विकास कार्यक्रम के तीन प्रमुख घटक—
- प्रमाणित बीज प्रत्यक्षण,
- अंतर्वर्ती खेती, और
- बड-चिप पद्धति—
किसानों की उत्पादन लागत घटाने और आय बढ़ाने में मददगार हैं। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे ‘ईख मित्र’ मोबाइल ऐप से जुड़ें और अपनी समस्याएँ सीधे विभाग तक पहुंचाएँ। साथ ही, गन्ना उत्पादन बढ़ाने के लिए चार फीट की कतारबद्ध रोपाई विधि अपनाने की सलाह दी।
विशेषज्ञों और किसानों की मौजूदगी
इस मौके पर डॉ. डी.एन. कामत, डॉ. नवीन कुमार, डॉ. सी.के. झा, डॉ. देवेंद्र सिंह, डॉ. प्रवीण कुमार द्विवेदी समेत कई वरिष्ठ वैज्ञानिक, विभागीय अधिकारी और बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे।


