भागलपुर, 7 सितंबर 2025-महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने और उन्हें उद्यमिता की दिशा में आगे बढ़ाने के उद्देश्य से बिहार सरकार द्वारा शुरू की गई महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना का आज शुभारंभ हुआ। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना स्थित एक अणे मार्ग में आयोजित कार्यक्रम में इस योजना की औपचारिक शुरुआत की।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम का लाइव प्रसारण जिला और प्रखंड स्तर पर भी किया गया। भागलपुर समाहरणालय स्थित समीक्षा भवन में जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जहाँ जीविका दीदियों ने लाइव प्रसारण देखा।
जिले में कार्यक्रम का आयोजन
जिला स्तर पर आयोजित समारोह में जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी, जिला परिषद अध्यक्ष मिथुन यादव, उप विकास आयुक्त प्रदीप कुमार सिंह, प्रशिक्षु आईएएस जतिन कुमार, डीआरडीए निदेशक और डीपीएम जीविका उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी ने जीविका दीदियों को संबोधित करते हुए कहा कि—
- सभी पात्र महिलाओं को इस योजना का लाभ मिलेगा।
- आवेदन प्रपत्र निःशुल्क होगा और यह ग्राम संगठन स्तर पर उपलब्ध रहेगा।
- किसी भी महिला को आवेदन के लिए बिचौलियों के चक्कर में नहीं पड़ना चाहिए।
- आवेदन प्रक्रिया में आधार कार्ड और बैंक पासबुक की छायाप्रति संलग्न करना अनिवार्य है।
डीएम ने कहा कि योजना से ग्रामीण महिलाओं को स्वरोजगार का नया अवसर मिलेगा और इससे जिले की आर्थिक प्रगति को बल मिलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि महिलाओं को मिलने वाली पहली किश्त की 10,000 रुपये की सहायता राशि से वे छोटे स्वरोजगार की शुरुआत करें। छह महीने के मूल्यांकन के बाद अतिरिक्त सहायता राशि भी दी जा सकती है।
योजना की विशेषताएँ
- जीविका स्वयं सहायता समूह से जुड़े प्रत्येक परिवार की एक महिला सदस्य को योजना का लाभ मिलेगा।
- पात्र महिलाओं को 10,000 रुपये की सहायता राशि दी जाएगी।
- उद्देश्य है महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त करना और परिवार की आय में वृद्धि करना।
- महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने और ग्रामीण समाज में आत्मनिर्भरता सुनिश्चित करने पर बल।
जागरूकता रथ को मिली हरी झंडी
समारोह के दौरान जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी ने जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर जिला परिषद अध्यक्ष मिथुन यादव, उप विकास आयुक्त प्रदीप कुमार सिंह, डीपीएम जीविका सुनिर्मल सहित कई अधिकारी और बड़ी संख्या में जीविका दीदियाँ उपस्थित थीं।
योजना के प्रचार-प्रसार और महिलाओं को जानकारी देने के लिए पूरे बिहार में 250 जागरूकता रथ निकाले जा रहे हैं।


