मधेपुरा। जिले के कुमारखंड थाना क्षेत्र के रौता गांव से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक महिला ने अपने दो मासूम बच्चों के साथ तालाब में कूदकर आत्महत्या कर ली। शनिवार को दोनों बच्चों के शव तालाब से निकाले गए, जबकि महिला का शव रविवार सुबह बरामद किया गया।
कैसे हुआ घटना का खुलासा
रविवार सुबह ग्रामीणों ने तालाब में महिला का शव तैरते देखा और पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को बाहर निकाला। इससे पहले शनिवार को उसी तालाब से दोनों बच्चों के शव मिल चुके थे। पुलिस के अनुसार, प्रारंभिक जांच में मामला आत्महत्या का लग रहा है, हालांकि सभी पहलुओं की जांच की जा रही है।
पड़ोसियों ने बताई आखिरी मुलाकात
महिला की पड़ोसी ने बताया कि शनिवार सुबह करीब 10 बजे वह उसके घर गई थी। उस समय महिला अपने बच्चों संग कहीं जाने की तैयारी कर रही थी और घर का दरवाजा बंद कर रही थी। पड़ोसी के मुताबिक, उसका व्यवहार सामान्य नहीं लग रहा था। इसके कुछ ही देर बाद तालाब से बच्चों के शव मिलने की खबर ने गांव को दहला दिया।
घर में लगी थी आग
मृतका के ससुर ने बताया कि शनिवार सुबह जब वे खेत गए थे और लौटकर घर आए तो दरवाजा बंद था। खोलने पर देखा कि घर के पुराने कपड़ों में आग लगी हुई थी। इसके बाद बच्चों की मौत की खबर ने उन्हें स्तब्ध कर दिया।
पति से झगड़े के बाद उठाया कदम?
स्थानीय लोगों के मुताबिक, महिला का अपने पति से फोन पर विवाद हुआ था। पति करीब तीन महीने पहले मजदूरी के लिए पंजाब गया था। आशंका है कि विवाद और मानसिक दबाव के बाद महिला ने गुस्से में आकर दोनों बच्चों को तालाब में फेंका और फिर खुद कूद गई।
पुलिस की जांच जारी
कुमारखंड थानाध्यक्ष पंकज कुमार ने बताया—
“दोनों बच्चों का शव शनिवार को बरामद कर लिया गया था। महिला का शव रविवार को पोखर से निकाला गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और अन्य साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।”
गांव में मातम
इस घटना से पूरे गांव में मातम का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि आर्थिक तंगी और पारिवारिक विवाद के कारण महिला ने यह कदम उठाया होगा।
नोट : मानसिक स्वास्थ्य को हल्के में न लें
अक्सर लोग मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं को गंभीरता से नहीं लेते, जिससे स्थिति बिगड़कर आत्महत्या जैसे कदम तक पहुंच सकती है।
यदि आपके मन में नकारात्मक विचार आ रहे हैं, तो तुरंत परिवार, दोस्तों से बात करें या हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें:
- आत्महत्या रोकथाम हेल्पलाइन (किरण): 1800-599-0019 (24×7 उपलब्ध)
- विजया हेल्पलाइन (पटना): 1800-233-3330
आप अकेले नहीं हैं, मदद उपलब्ध है।


