भागलपुर में गंगा नदी का प्रकोप एक बार फिर विकराल रूप ले चुका है। रंगरा प्रखंड के तीनटंगा ज्ञानी दास टोला में कटाव इतना तेज है कि पलक झपकते ही लोगों की ज़िंदगियां उजड़ रही हैं।
स्थानीय निवासी बलराम यादव का पक्का घर महज़ 12 सेकंड में गंगा की बेकाबू धारा में समा गया। गंगा का जलस्तर इस समय खतरे के निशान से करीब 2 मीटर ऊपर है, जिससे कटाव की रफ्तार और तेज हो गई है।
2022 में भी उजड़े थे घर और खेत
यह इलाका पहले भी गंगा के कहर का शिकार हो चुका है। साल 2022 में यहां दर्जनों घर और उपजाऊ खेत नदी में समा गए थे। बावजूद इसके, कटावरोधी कार्य अब तक नाकाफी साबित हो रहे हैं।
भय और पलायन की तैयारी
गांव में दहशत का माहौल है। कई परिवार अपना सामान समेटकर पलायन की तैयारी में हैं। ग्रामीणों का कहना है, “अगर हालात ऐसे ही रहे, तो तीनटंगा का नाम सिर्फ नक्शे पर रहेगा, जमीन पर नहीं।”
प्रशासन पर सवाल
कटाव रोकने के लिए लगाए गए अस्थायी इंतज़ाम नदी की धार के आगे टिक नहीं पा रहे हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि प्रशासन की लापरवाही और आधे-अधूरे कामों की वजह से हर साल सैकड़ों लोग बेघर हो रहे हैं।


