मुजफ्फरपुर, 4 अगस्त 2025: बिहार में फर्जी प्रमाण पत्र घोटालों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नाम पर फर्जी आवासीय प्रमाण पत्र बनवाने से जुड़ा है। यह मामला मुजफ्फरपुर जिले के सरैया अंचल कार्यालय में सामने आया है। अंचल अधिकारी की शिकायत पर ऑनलाइन आवेदनकर्ता के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है और पुलिस जांच में जुट गई है।
क्या है पूरा मामला?
29 जुलाई को राजस्व अधिकारी अभिषेक सिंह जब ऑनलाइन आवेदनों की नियमित जांच कर रहे थे, तब एक आवेदन ने उनका ध्यान खींचा। उस आवेदन में नाम लिखा था “नीतीश कुमारी”, पिता का नाम “लखन पासवान”, और माता का नाम “लकिया देवी”। लेकिन फोटो में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तस्वीर लगी हुई थी।
जांच में यह स्पष्ट हो गया कि मुख्यमंत्री की छवि का दुरुपयोग करते हुए जानबूझकर एक फर्जी आवेदन किया गया है।
“सीएम की छवि धूमिल करने की साजिश”
राजस्व अधिकारी अभिषेक सिंह ने इस मामले को मुख्यमंत्री की छवि को धूमिल करने की साजिश बताया है। उन्होंने प्राथमिकी में कहा कि सत्यापन के दौरान जब यह फर्जीवाड़ा पकड़ा गया, तो तुरंत पुलिस को सूचित किया गया।
पुलिस कर रही तकनीकी जांच
सरैया थानाध्यक्ष सुभाष मुखिया ने बताया कि आवेदनकर्ता की पहचान के लिए तकनीकी जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा,
“आईपी एड्रेस के माध्यम से आरोपी की पहचान की जा रही है। मामले की जांच उप निरीक्षक अनिल कुमार को सौंपी गई है। शीघ्र कार्रवाई की जाएगी।”
यह कोई पहला मामला नहीं
बिहार में फर्जी प्रमाण पत्र बनवाने के कई मामले हाल के दिनों में सामने आए हैं:
- पटना (मसौढ़ी) – एक कुत्ते के नाम से आवासीय प्रमाण पत्र जारी हुआ। मामले में दोषी कर्मचारी को बर्खास्त कर जेल भेजा गया।
- मोतिहारी (कोटवा) – “सोनालिका ट्रैक्टर” नाम से प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया गया, जिसमें भोजपुरी अभिनेत्री मोनालिसा की तस्वीर लगाई गई थी। मामला थाना में दर्ज हुआ।
- जहानाबाद – एक मोबाइल फोन के नाम से आय प्रमाण पत्र के लिए आवेदन आया। नाम “सैमसंग”, पिता “आईफोन” और माता “स्मार्टफोन” लिखा गया था। इस मामले में भी साइबर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।


