पटना, 18 जुलाई 2025:राजधानी पटना के पारस अस्पताल में कुख्यात अपराधी चंदन मिश्रा की सरेआम गोली मारकर हत्या के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस जांच में सामने आया है कि इस सनसनीखेज वारदात की साजिश पहले से रची गई थी, और इसे अंजाम देने के बाद शूटर्स ने मौके से भागते हुए जश्न भी मनाया। इसकी तस्वीरें अब सामने आ चुकी हैं, जिनमें अपराधी बाइक पर मुस्कराते हुए भागते दिख रहे हैं।
वारदात का मास्टरमाइंड निकला तौसीफ बादशाह
इस हत्या की पूरी योजना कुख्यात अपराधी तौसीफ बादशाह ने तैयार की थी। तौसीफ, पारस अस्पताल के चप्पे-चप्पे से वाकिफ था, क्योंकि उसने अपने एक करीबी का इलाज यहीं पर करवाया था और लंबे समय तक अस्पताल के भीतर आना-जाना रहा था। यही वजह है कि शूटर्स को अस्पताल के अंदरूनी हिस्सों तक पहुंचने में कोई दिक्कत नहीं हुई।
दो बाइक पर आए थे छह अपराधी, पांच सीधे पहुंचे वार्ड तक
पुलिस के अनुसार, हत्या के दिन दो बाइक पर सवार छह अपराधी पारस अस्पताल पहुंचे थे, जिनमें से पांच अपराधी सीधे अस्पताल के भीतर दाखिल हो गए। पहले से पूरी प्लानिंग के अनुसार, उन्होंने मौके पर ही चंदन मिश्रा पर गोलियां दागीं और चंद सेकंड में बाहर निकलकर फरार हो गए।
फरार अपराधियों की तलाश तेज
घटना के बाद से ही पटना पुलिस ने बड़े स्तर पर छापेमारी अभियान शुरू किया है। फरार आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल लोकेशन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों की मदद ली जा रही है।
डीजीपी विनय कुमार ने घटना को लेकर कहा कि, “इस तरह का अपराध अस्पताल जैसी सुरक्षित जगह में होना गंभीर चिंता का विषय है। पूरी सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की जा रही है।”
कौन था चंदन मिश्रा?
चंदन मिश्रा बक्सर के सोनवर्षा का निवासी था और अप्रैल 2018 से सितंबर 2024 तक कैंप जेल में बंद रहा। उस पर हत्या, अपहरण और रंगदारी सहित कई संगीन धाराओं में मामले दर्ज थे। बीमारी के आधार पर जेल प्रशासन ने पिछले वर्ष उसे बेऊर जेल शिफ्ट कर इलाज की सुविधा दी थी।


