भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और प्रमुख अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन सिंह का निधन 92 साल की उम्र में 26 दिसंबर 2024 को हुआ। उनका निधन दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में हुआ, जहां वह कुछ समय से उम्र संबंधी चिकित्सा समस्याओं का इलाज करवा रहे थे। उनके निधन के बाद पूरे देश में 7 दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है। इस समय के दौरान विभिन्न सरकारी और गैर-सरकारी संस्थाओं पर प्रभाव पड़ा है। इस संदर्भ में कई लोग यह सवाल उठा रहे हैं कि क्या आज (27 दिसंबर 2024) देशभर में छुट्टी होगी, क्या स्कूल और बैंक बंद रहेंगे, और इसका शोक अवधि पर क्या असर पड़ेगा। आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
कर्नाटक और तेलंगाना में छुट्टी की घोषणा
पूर्व प्रधानमंत्री के निधन पर सबसे पहले कर्नाटका सरकार ने आज (27 दिसंबर) सभी सरकारी कार्यालयों, स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी की घोषणा की। कर्नाटका सरकार का यह निर्णय तत्काल प्रभाव से लागू हुआ। इसके बाद, यह सवाल उठने लगा कि क्या अन्य राज्य भी इस तरह की छुट्टी की घोषणा करेंगे। कर्नाटका के अलावा, तेलंगाना सरकार ने भी शुक्रवार, 27 दिसंबर को सभी सरकारी कार्यालयों और स्कूलों में छुट्टी का ऐलान किया है। तेलंगाना में मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के नेतृत्व में इस निर्णय को लागू किया गया है। तेलंगाना और कर्नाटका में छुट्टी घोषित होने के बाद कई लोग इस बात को लेकर उत्सुक हैं कि क्या अन्य राज्यों, खासकर दिल्ली, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और पंजाब जैसे प्रमुख राज्यों में भी छुट्टी दी जाएगी। हालांकि, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह जानकारी आई है कि अन्य राज्यों में सरकारी कार्यों को स्थगित करने के बारे में कोई औपचारिक निर्णय नहीं लिया गया है।
दिल्ली में सरकारी कार्यक्रमों का स्थगन
दिल्ली में भी मुख्यमंत्री आतिशी ने पूर्व प्रधानमंत्री के निधन पर सभी सरकारी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं। इस दौरान दिल्ली सरकार के कई शोक कार्यक्रमों के साथ-साथ सरकारी कार्यों को भी स्थगित किया जाएगा। दिल्ली में शोक की अवधि के दौरान, खासकर सरकारी दफ्तरों और शैक्षिक संस्थाओं में छुट्टी का कोई आधिकारिक ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन यह संभावना है कि कई सरकारी दफ्तर और स्कूलों में अनुपस्थिति दर्ज की जाएगी, क्योंकि शोक की स्थिति में अक्सर कामकाजी दिन प्रभावित होते हैं। इसके अलावा, केंद्रीय मंत्रिमंडल की एक बैठक भी 27 दिसंबर को होने वाली थी, जिसे रद्द किया जा सकता है। आर्थिक टाइम्स के अनुसार, केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक सुबह 11 बजे निर्धारित थी, लेकिन अब यह स्थगित की जा सकती है।
पूर्व प्रधानमंत्री का निधन और AIIMS में इलाज
डॉ. मनमोहन सिंह का निधन AIIMS दिल्ली में हुआ, जहां उन्हें पहले से ही उपचार चल रहा था। उन्हें उम्र संबंधी चिकित्सा समस्याओं के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया था। 26 दिसंबर की रात को उनकी चेतना चली गई, जिसके बाद उन्हें रात 8:06 बजे अस्पताल लाया गया। अस्पताल में तमाम चिकित्सकीय प्रयासों के बावजूद डॉ. मनमोहन सिंह को बचाया नहीं जा सका और उन्हें रात 9:51 बजे मृत घोषित कर दिया गया। AIIMS ने अपनी प्रेस विज्ञप्ति में यह भी कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह को इलाज के दौरान कई प्रकार की जटिलताएँ आईं, लेकिन उनके जीवन को बचाने के लिए डॉक्टरों ने पूरी कोशिश की। उनके निधन के बाद, पूरे देश में गहरे शोक की लहर दौड़ गई, क्योंकि डॉ. मनमोहन सिंह भारतीय राजनीति के सबसे प्रतिष्ठित और सम्मानित नेताओं में से एक थे।
7 दिन का राष्ट्रीय शोक
भारत सरकार ने डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर 7 दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है, जो 2 जनवरी 2025 तक रहेगा। इस शोक की अवधि के दौरान, देशभर में सरकारी और सार्वजनिक कार्यों में शांति और संवेदना का पालन किया जाएगा। राष्ट्रीय शोक के दौरान, विशेष शोक समारोह आयोजित किए जाएंगे और कई प्रमुख सरकारी कार्यक्रमों को स्थगित किया जा सकता है। इसके अलावा, पूरे देश में डॉ. मनमोहन सिंह के योगदान को याद किया जाएगा और उनके कार्यों की सराहना की जाएगी। उनके प्रधानमंत्री बनने से लेकर भारतीय अर्थव्यवस्था में उनके द्वारा किए गए ऐतिहासिक सुधारों तक, उनका योगदान अमूल्य रहेगा।
अन्य राज्यों में स्थिति
कर्नाटका और तेलंगाना के अलावा, अन्य राज्यों में सरकारी कार्यों और छुट्टियों की स्थिति पर अभी तक कोई स्पष्ट जानकारी नहीं आई है। हालांकि, यह संभावना है कि राजधानी दिल्ली समेत कुछ अन्य बड़े राज्यों में भी शोक के मद्देनजर छुट्टियां या कार्यों में बदलाव हो सकते हैं। सरकारी और शैक्षिक संस्थानों के बंद होने की संभावना को लेकर स्थानीय प्रशासन द्वारा स्थिति का मूल्यांकन किया जा रहा है।पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन के बाद, कर्नाटका और तेलंगाना में सरकारी कार्यालयों, स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी घोषित की गई है। दिल्ली में सभी सरकारी कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं। 7 दिन के राष्ट्रीय शोक की अवधि के दौरान, देशभर में कई सरकारी कार्यों में बदलाव और स्थगन की संभावना है। हालांकि, यह छुट्टी केवल सरकारी संस्थानों और कार्यालयों तक सीमित है, और निजी क्षेत्र पर इसका कोई विशेष असर नहीं पड़ेगा। डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर देशभर में गहरा शोक व्यक्त किया जा रहा है, और उनकी नीति, नेतृत्व और योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।
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