89 संस्थानों में आधुनिक प्रशिक्षण सुविधाओं से युवाओं को मिलेगा बेहतर रोजगार अवसर
पटना, 16 सितंबर।बिहार सरकार ने राज्य में कौशल विकास को नई ऊँचाइयों पर ले जाने की दिशा में बड़ी उपलब्धि हासिल की है। 69 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित करने के लिए भवन निर्माण का कार्य पूरा कर लिया गया है। इस परियोजना का लक्ष्य है कि राज्य के युवाओं को आधुनिक ट्रेडों में प्रशिक्षित कर उन्हें वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाया जा सके और बेहतर रोजगार अवसर प्रदान किए जा सकें।
89 आईटीआई होंगे सेंटर ऑफ एक्सीलेंस
भवन निर्माण विभाग के अंतर्गत बिहार राज्य भवन निर्माण निगम लिमिटेड द्वारा सात निश्चय पार्ट-2 के तहत कुल 89 आईटीआई को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित किया जा रहा है।
- अब तक 69 संस्थानों का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है।
- इनमें से 33 संस्थान श्रम संसाधन विभाग को हस्तांतरित किए जा चुके हैं।
- 36 संस्थानों का हस्तांतरण प्रक्रिया में है।
- शेष 20 आईटीआई में निर्माण कार्य तेजी से प्रगति पर है।
किन जिलों में बन रहे हैं सेंटर ऑफ एक्सीलेंस?
ये संस्थान राज्य के विभिन्न जिलों में बनाए जा रहे हैं, जिनमें प्रमुख हैं:
पटना, भोजपुर, बक्सर, नालंदा, रोहतास, गया, जहानाबाद, औरंगाबाद, नवादा, मुंगेर, बेगूसराय, खगड़िया, पूर्णिया, अररिया सहित अन्य जिले।
अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होंगे आईटीआई
नए भवनों को आधुनिक प्रशिक्षण की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है।
- अत्याधुनिक प्रशिक्षण कक्ष
- प्रयोगशालाएं (लैब)
- वर्कशॉप
- विद्युतीकरण और अन्य सुविधाएँ
इनका उद्देश्य युवाओं को नवीनतम तकनीक व कौशल में प्रशिक्षित करना है, ताकि वे उद्योगों में सीधे रोजगार पा सकें।
विभागीय अधिकारियों की राय
भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि ने बताया कि शेष भवनों का कार्य भी तेजी से पूरा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सेंटर ऑफ एक्सीलेंस से प्रशिक्षित युवा सीधे उद्योगों में रोजगार पा सकेंगे, जिससे बिहार के कौशल विकास क्षेत्र को मजबूती मिलेगी।
सरकार का लक्ष्य है कि जल्द से जल्द सभी आईटीआई को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में बदल दिया जाए, ताकि ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के युवा समान रूप से इसका लाभ उठा सकें।


