बिहार के चर्चित 1998 बैच के आईपीएस अधिकारी अमित लोढ़ा से जुड़ी खबर पटना से आ रही है। आईजी अमित लोढ़ा एडीजी बनाये गये हैं। गृह विभाग ने इसे लेकर अधिसूचना जारी की है। राज्यपाल के आदेश के बाद सरकार के अवर सचिव एम.एस. रिजवानी ने इसे लेकर आदेश जारी किया है।
जिसमें इस बात का जिक्र है कि पुलिस महानिरीक्षक, राज्य अपराध अभिलेख ब्यूरो, अमित लोढ़ा को अपर पुलिस महानिदेशक कोटि में प्रमोशन दिया गया है। उनके कनीय 1998 बैच के आईएएस रत्न संजय कटियार की सापेक्षता में प्रदान की जाती है। अमित लोढ़ा को प्रदत्त यह प्रोन्नति कनीय की तिथि से वैचारिक रूप से तथा प्रोन्नत कोटि में पदस्थापन के फलस्वरूप पदभार ग्रहण करने की तिथि से वास्तविक रूप से देय होगी।
अमित लोढ़ा 1998 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारी हैं, जो अपनी उत्कृष्ट कार्यशैली और कड़ी मेहनत के लिए प्रसिद्ध हैं। उन्होंने अपनी सेवाओं के दौरान कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया और अपनी मेहनत से पुलिस सेवा में कई बदलाव लाए। अमित लोढ़ा राजस्थान कैडर से हैं और उन्हें विशेष रूप से उनकी भ्रष्टाचार के खिलाफ़ कड़ी कार्रवाई के लिए जाना जाता है।
बिहार के सबसे तेज तर्रार पुलिस अधिकारियों में से अमित लोढ़ा एक माने जाते हैं। इन्हें लोग बिहार का सिंघम भी कहते हैं। ‘खाकी’ नाम की वेब सीरीज इनके ऊपर बन चुकी है। बीते दिनों अमित लोढ़ा और उनकी पत्नी कौमुदी लोढ़ा के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति मामले में ईडी ने केस दर्ज किया था।
इन पर पद का दुरूपयोग कर गलत तरीके से पैसे कमाने का आरोप है। विशेष निगरानी इकाई ने आय से अधिक संपत्ति मामले में 7 दिसंबर 2022 को FIR दर्ज की थी। तत्कालीन आईजी को इसमें नामजद अभियुक्त बनाया गया था। अमित लोढ़ा इस मामले में हाईकोर्ट भी गए, लेकिन राहत नहीं मिली। ईडी ने इसी के आधार पर उनके खिलाफ ECIR दर्ज की थी।