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सात संदूको में भरकर दफन कर दो नफरतें, फरोग ए उर्दू सेमिनार कार्यशाला एवं मुशायरा का आयोजन

ByKumar Aditya

दिसम्बर 19, 2023 #Subrat kumar sen
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सात संदूको में भरकर दफन कर दो नफरतें ,आज इंसा को मोहब्बत की जरूरत है बहुत:फरोग ए उर्दू सेमिनार कार्यशाला एवं मुशायरा का हुआ आयोजन।सात संदूको में भरकर दफन कर दो नफरतें ,आज इंसा को मोहब्बत की जरूरत है बहुत

भागलपुर : “सात संदूक में भरकर दफन कर दो नफरतें, आज इंसान को मोहब्बत की जरूरत है बहुत” जैसे शेर से शुरुआत हुई। मुशायरा की वही किसी शायर ने भाईचारे पर खूब कहा की “दुआ करो हमारा भारत फिर से महान बने हर हिंदू विवेकानंद और हर मुसलमान कलाम बने”. ….उर्दू निदेशालय मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग बिहार सरकार एवं जिला प्रशासन के द्वारा आज भागलपुर के टाउन हॉल प्रशाल में फारूक ए उर्दू सेमिनार कार्यशाला एवं मुशायरा का भव्य आयोजन किया गया।

इस कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन उर्दू निदेशालय मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग बिहार पटना के निदेशक मोहम्मद इमरान ने किया।वहीं सम्मानित अतिथियों में अपर समाहर्ता महफूज आलम संयुक्त आयुक्त सह सचिव भागलपुर प्रमंडल के वारिस खान जिला उर्दू भाषा कोषांग के प्रभारी पदाधिकारी कोमल किरण के अलावे दर्जनों पदाधिकारी व शहर के गणमान्य लोग मौजूद थें।

प्रथम सत्र में कार्यक्रम की अध्यक्षता तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय की उर्दू विभाग की सेवानिवृत प्रोफेसर डॉक्टर कमर जहाँ ने की ,वहीं मंच संचालन मोहम्मद सादिक ने किया, दूसरे सत्र में मुशायरा का आयोजन किया गया शायरों ने खूबसूरत पंक्तियों से दर्शकों का मन मोह लिया।

इस अवसर पर शहीद राजा जमाल डॉक्टर हबीब मुर्शिद खान शब्बीर आलम अफसा जवि अरशद मुस्ताक मेहजबी अब्दुल कादिर इत्यादि ने कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना योगदान दिया। कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने फरोग ए उर्दू सेमिनार कार्यशाला एवं मुशायरा की काफी सराहना की उन्होंने कहा ऐसे कार्यक्रम होते रहने चाहिए।

जिससे लोगों को कई जानकारियां मिलते रहती हैं साथ ही उन्होंने कहा कि सभी युवक युवतियों को सच्चे लग्न के साथ मेहनत करनी चाहिए तभी उसको उनके लक्ष्य की प्राप्ति होती है पढ़ाई के साथ-साथ कला संस्कृति खेलकूद में भी युवाओं को बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए। वही कार्यक्रम के दौरान दर्जनों छात्र छात्राओं को शिक्षा कला खेलकूद जैसे विधाओं में बेहतर करने वाले बच्चों को पुरस्कृत भी किया गया।