अररिया | 8 मई 2025: बिहार के अररिया जिले में बुधवार को वन विभाग और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में कोबरा सांप का 2.157 किलो ज़हर बरामद किया गया। अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में इसकी कीमत करीब दो से ढाई करोड़ रुपये आंकी जा रही है। कार्रवाई के दौरान छह तस्करों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें एक आरोपी नेपाल का निवासी भी है।
फारबिसगंज के सुभाष चौक से हुई गिरफ्तारी
गोपनीय सूचना के आधार पर अररिया व पटना वन विभाग और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम ने फारबिसगंज के सुभाष चौक पर छापेमारी की। टीम ने दो जार में रखा कोबरा का विष बरामद किया, जिस पर “Made in France” का लेबल था।
गिरफ्तार आरोपियों में शामिल हैं:
- दीपक कुमार झा (ताराबाड़ी)
- नीरज कुमार और आनंद कुमार झा (फारबिसगंज)
- विवेक कुमार (पटेगना पलासी)
- बादल राय (बथनाहा)
- शिव शंकर पासवान (मोरंग, नेपाल)
जांच में हुआ बड़ा खुलासा: 25 करोड़ में होनी थी डील
पूछताछ में तस्करों ने बताया कि यह ज़हर नेपाल और पश्चिम बंगाल से लाया जाता था। फारबिसगंज में इसकी डील 40 लाख में तय हुई थी, लेकिन अंतिम बिक्री 25 करोड़ रुपये में की जानी थी। यह ज़हर विदेशों में आयुर्वेद, अनुसंधान और नशे के प्रयोगों के लिए तस्करी किया जाता है।
न्यायिक हिरासत में भेजे गए आरोपी
तस्करों से रानीगंज थाना में पूछताछ के बाद उन्हें गुरुवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। वन क्षेत्र पदाधिकारी दिनेश प्रसाद यादव ने बताया कि गुप्त सूचना मिलने पर यह कार्रवाई की गई। उन्होंने कहा कि इस तस्करी रैकेट के पीछे और भी लोग हो सकते हैं, जिनकी जांच की जा रही है।
संवेदनशील बॉर्डर ज़ोन बना तस्करों का ठिकाना
अररिया नेपाल सीमा से सटा हुआ जिला है और यहां वन्य जीव तस्करी की घटनाएं पहले भी सामने आ चुकी हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, सांप के ज़हर की अवैध तस्करी एक अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का हिस्सा हो सकती है, जिसे नेपाल, बंगाल और उत्तर-पूर्व भारत से संचालित किया जा रहा है।